नव रात्रि में शक्तियों का संचार
गुरु हो साथ तो मंजिल अधूरा हो नही सकता
कागज़ से बातें
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
सच्ची मोहब्बत न सरहद को देखती है न मजहब को न ही जाति,वर्ग और
"खुशियों को नजरअंदाज करता हूँ ll
।।अथ श्री सत्यनारायण कथा चतुर्थ अध्याय।।
मोहे वृंदावन न भायै, .....(ऊधो प्रसंग)
मन हरण घनाक्षरी पानी बचाओ
कुछ लोग मुझे इतना जानते है की मैं भी हैरान हूँ ।
Though nobody can go back and make a new beginning... Anyone
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
पुरुष प्रधान समाज को गालियां देते हैं
*वह धन्य हुआ जो कुंभ गया, जो कुंभ क्षेत्र में आया है (छह राध
देवी महात्म्य सप्तम अंक 7
राजे तुम्ही पुन्हा जन्माला आलाच नाही
वो हमको देखकर मुस्कुराने लगे,