Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jun 2024 · 1 min read

दोहे

********
बाग़बान करता सदा, बगिया से ही प्यार।
डाल डाल पर फूल हों,छाए अजब बहार।।

बाग़बान बस चाहता,हरा भरा परिवेश।
इच्छा पूरी हो तभी , जागे भारत देश।।
********
अशोक कुमार ढोरिया
मुबारिकपुर(झज्जर)
हरियाणा

Language: Hindi
194 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सत्य की खोज
सत्य की खोज
Mamta Rani
ऑपरेशन सिंदूर
ऑपरेशन सिंदूर
विजय कुमार अग्रवाल
मुँह तुम्हें रब को भी दिखाना है
मुँह तुम्हें रब को भी दिखाना है
Dr fauzia Naseem shad
अपनी मंजिल की तलाश में ,
अपनी मंजिल की तलाश में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
वादा
वादा
Bodhisatva kastooriya
sp69 अपनी भी किस्मत/रह रह के
sp69 अपनी भी किस्मत/रह रह के
Manoj Shrivastava
आईना
आईना
Pushpa Tiwari
ज़िम्मेदार ठहराया गया है मुझको,
ज़िम्मेदार ठहराया गया है मुझको,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
21) इल्तिजा
21) इल्तिजा
नेहा शर्मा 'नेह'
- कलयुग में ऐसे भाई नही मिलेंगे -
- कलयुग में ऐसे भाई नही मिलेंगे -
bharat gehlot
तन्हाई में हम ज्यादा निखरते है
तन्हाई में हम ज्यादा निखरते है
Vaishaligoel
* नई दृष्टि-परिदृश्य आकलन, मेरा नित्य बदलता है【गीतिका】*
* नई दृष्टि-परिदृश्य आकलन, मेरा नित्य बदलता है【गीतिका】*
Ravi Prakash
बिखरे सब अंदर से हैं
बिखरे सब अंदर से हैं
पूर्वार्थ
मुक्तक
मुक्तक
Dr Archana Gupta
आज के समाज का यही दस्तूर है,
आज के समाज का यही दस्तूर है,
Ajit Kumar "Karn"
सत्य,”मीठा या कड़वा”
सत्य,”मीठा या कड़वा”
मनोज कर्ण
“जो पानी छान कर पीते हैं,
“जो पानी छान कर पीते हैं,
शेखर सिंह
तुम्हें निभाना नहीं आया
तुम्हें निभाना नहीं आया
हिमांशु Kulshrestha
असर
असर
Shyam Sundar Subramanian
हे मनुष्य बड़ा लोभी है तू
हे मनुष्य बड़ा लोभी है तू
Vishnu Prasad 'panchotiya'
उदास हूं मैं आज।
उदास हूं मैं आज।
Sonit Parjapati
नुकते (मृत्युभोज) तक की नुकती (बूंदी) थैली में भर कर घर ले ज
नुकते (मृत्युभोज) तक की नुकती (बूंदी) थैली में भर कर घर ले ज
*प्रणय प्रभात*
जीना आया ही नहीं,जिनको कभी रमेश
जीना आया ही नहीं,जिनको कभी रमेश
RAMESH SHARMA
वीर बालिका
वीर बालिका
लक्ष्मी सिंह
नारी : एक अतुल्य रचना....!
नारी : एक अतुल्य रचना....!
VEDANTA PATEL
जिसने अपने जीवन में दुख दर्द को नही झेला सही मायने में उसे क
जिसने अपने जीवन में दुख दर्द को नही झेला सही मायने में उसे क
Rj Anand Prajapati
4648.*पूर्णिका*
4648.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
2. Love-Lorn
2. Love-Lorn
Ahtesham Ahmad
प्रभावी लेख ऐसे लिखें
प्रभावी लेख ऐसे लिखें
अरशद रसूल बदायूंनी
Loading...