होने को अब जीवन की है शाम।
जुएं में अर्जित धन जुएं से और धन कमाने की आकांक्षा में लोग अ
बेटियों का जीवन_एक समर– गीत।
भिंडी ने रपट लिखाई (बाल कविता )
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
फैला था कभी आँचल, दुआओं की आस में ,
शानू और बारात पहाड़ी गांव की!🧐
तितलियों को बिठा लिया मैंने
जिन्हें बरसात की आदत हो वो बारिश से भयभीत नहीं होते, और