चांद सितारों सी मेरी दुल्हन
भारत में किसानों की स्थिति
*वैज्ञानिक विद्वान सबल है, शक्तिपुंज वह नारी है (मुक्तक )*
सम्बन्ध वो नहीं जो रिक्तता को भरते हैं, सम्बन्ध वो जो शून्यत
शरीर मोच खाती है कभी आपकी सोच नहीं यदि सोच भी मोच खा गई तो आ
ज़िन्दगी की बोझ यूँ ही उठाते रहेंगे हम,
झोपड़ियों से बांस खींचकर कैसे मैं झंडा लहराऊँ??