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22 Jun 2024 · 1 min read

अब नरमी इतनी भी अच्छी नही फितरत में ।

अब नरमी इतनी भी अच्छी नही फितरत में ।
की तुम्हे कोई अपनी जूतों की नोक पर रख ले।।
गर हिलने लगे वजूद तुम्हारा।
तो दिखा दो उसे की वो भी तुम्हारे अंदर की गर्मी चख ले।।

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