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21 Jun 2024 · 1 min read

डर लगता है।

डर लगता है अपने विचार लिखने से,
सच लिखा तो अपने ही दूर हो जायेंगे,
झूठ लिखा तो हम खुद से नजरे न मिला पाएंगे।

✍️लक्ष्मी वर्मा ‘ प्रतीक्षा’

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