Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2024 · 1 min read

बहुत कुछ सीखना ,

बहुत कुछ सीखना ,
बहुत कुछ बांटना है
हम रसिक वर्णों के ,
बस उन्हे शब्दो में गूंथ
किसी के अंतर्मन को छूना हैं,
किन्ही सूखती अधरो को तृप्ति दे
किसी तड़पती तपती सृष्टि का प्रीति बनना है
किन्ही मौन व्यथित अंत स का
बन आवाज क्रांति बिगुल फूंकना है…
✍️पं अंजू पांडेय अश्रु रायपुर

5 Likes · 160 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from पं अंजू पांडेय अश्रु
View all

You may also like these posts

कितने बदल गये
कितने बदल गये
Suryakant Dwivedi
" बोलती आँखें सदा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
अटूट प्रेम
अटूट प्रेम
Shyam Sundar Subramanian
नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी की जयंती पर सादर नमन
नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी की जयंती पर सादर नमन
Dr Archana Gupta
बच्चे
बच्चे
MUSKAAN YADAV
Sensibilities
Sensibilities
Shashi Mahajan
अगर.... किसीसे ..... असीम प्रेम करो तो इतना कर लेना की तुम्ह
अगर.... किसीसे ..... असीम प्रेम करो तो इतना कर लेना की तुम्ह
पूर्वार्थ
परिमल पंचपदी- नयी विधा
परिमल पंचपदी- नयी विधा
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दिगपाल छंद{मृदुगति छंद ),एवं दिग्वधू छंद
दिगपाल छंद{मृदुगति छंद ),एवं दिग्वधू छंद
Subhash Singhai
हो सके तो सहर शाम आते रहो
हो सके तो सहर शाम आते रहो
S K Singh Singh
Adha's quote
Adha's quote
Adha Deshwal
3986.💐 *पूर्णिका* 💐
3986.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्रेम का घनत्व
प्रेम का घनत्व
Rambali Mishra
बुद्ध और अंगुलिमान
बुद्ध और अंगुलिमान
अमित कुमार
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Deepesh Dwivedi
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
ऊ बा कहाँ दिलदार
ऊ बा कहाँ दिलदार
आकाश महेशपुरी
तू ही मेरा रहनुमा है
तू ही मेरा रहनुमा है
Monika Arora
प्रेम कहानी
प्रेम कहानी
Vibha Jain
डूबता सुरज हूँ मैं
डूबता सुरज हूँ मैं
VINOD CHAUHAN
अदम्य जिजीविषा के धनी श्री राम लाल अरोड़ा जी
अदम्य जिजीविषा के धनी श्री राम लाल अरोड़ा जी
Ravi Prakash
संगीत में मरते हुए को भी जीवित करने की क्षमता होती है।
संगीत में मरते हुए को भी जीवित करने की क्षमता होती है।
Rj Anand Prajapati
राममय दोहे
राममय दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आयेगा कोई
आयेगा कोई
Dr. Bharati Varma Bourai
ठाट-बाट
ठाट-बाट
surenderpal vaidya
गीत- सरल फ़ितरत न नाजुकता इसे संस्कार कहते हैं...
गीत- सरल फ़ितरत न नाजुकता इसे संस्कार कहते हैं...
आर.एस. 'प्रीतम'
इस सोच को हर सोच से ऊपर रखना,
इस सोच को हर सोच से ऊपर रखना,
Dr fauzia Naseem shad
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
वादा
वादा
Bodhisatva kastooriya
रातें ज्यादा काली हो तो समझें चटक उजाला होगा।
रातें ज्यादा काली हो तो समझें चटक उजाला होगा।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Loading...