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8 Jun 2024 · 1 min read

इंसान का कोई दोष नही जो भी दोष है उसकी सोच का है वो अपने मन

इंसान का कोई दोष नही जो भी दोष है उसकी सोच का है वो अपने मन के बंधनों से लाचार है जिसमे जकड़ कर वो अपनी मौलिक परिवर्तनकारी क्षमताओं को भूल बैठा है।

RJ Anand Prajapati

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