Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2024 · 1 min read

जीवन

खूब हिलोरें दिए हैं इसने,जीवन तो हैं इक रोलर कोस्टर।
कभी जले,अधपके कभी थे,जीवन धूप मिली बन टोस्टर।।

जब भी लगता कि सूरज चमकेगा, तम के बादल छा गए अपार।
प्रत्येक शिखर था इक फिसलनपट्टी,रहा दोहराता इतिहास खुद को बार-बार।

जीवन का हर घटनाक्रम सहेजे, विभिन्न उद्देश्य प्रतिफल अनूप!
घिस घिसकर है सामने आता, मानव तेरा हीरे सा नव रूप।।

सभी मोड़ और सभी घुमाव, गढ़ गये ‘नीलम’ तेरा सार ।
परिभाषा ‘वर्तमान’ है मेरी,पर इतिहास मेरा आधार।।
नीलम शर्मा ✍️

Language: Hindi
149 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

3923.💐 *पूर्णिका* 💐
3923.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
उस दर पर कोई नई सी दस्तक हो मेरी,
उस दर पर कोई नई सी दस्तक हो मेरी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
1. Of Course, India Is Not Communal
1. Of Course, India Is Not Communal
Santosh Khanna (world record holder)
*नए दौर में*
*नए दौर में*
Shashank Mishra
युद्ध के मायने
युद्ध के मायने
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
जिन्दगी की किताब में
जिन्दगी की किताब में
Mangilal 713
माँ और बेटी.. दोनों एक ही आबो हवा में सींचे गए पौधे होते हैं
माँ और बेटी.. दोनों एक ही आबो हवा में सींचे गए पौधे होते हैं
Shweta Soni
पंतग डोर
पंतग डोर
Neeraj Kumar Agarwal
"दोस्त और मुश्किल वक़्त"
Lohit Tamta
चोट
चोट
आकांक्षा राय
आयेगी मौत जब
आयेगी मौत जब
Dr fauzia Naseem shad
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
VINOD CHAUHAN
..
..
*प्रणय प्रभात*
वो तीर ए नजर दिल को लगी
वो तीर ए नजर दिल को लगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दोहा पंचक. . . . .  अर्थ
दोहा पंचक. . . . . अर्थ
sushil sarna
जब प्यार सच्चा मिलता है तो,
जब प्यार सच्चा मिलता है तो,
रुपेश कुमार
भ्रम
भ्रम
Dr.Priya Soni Khare
क्या कहूं उस नियति को
क्या कहूं उस नियति को
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
डॉ भीमराव अम्बेडकर
डॉ भीमराव अम्बेडकर
डिजेन्द्र कुर्रे
*सब कर्म हमारे देख रहा, वह नीली छतरी वाला है (राधेश्यामी छंद
*सब कर्म हमारे देख रहा, वह नीली छतरी वाला है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
"वो दीवारें"
Dr. Kishan tandon kranti
बात तनिक ह हउवा जादा
बात तनिक ह हउवा जादा
Sarfaraz Ahmed Aasee
घनाक्षरी
घनाक्षरी
seema sharma
मुक्तक
मुक्तक
पंकज परिंदा
चंद्रयान ने चांद से पूछा, चेहरे पर ये धब्बे क्यों।
चंद्रयान ने चांद से पूछा, चेहरे पर ये धब्बे क्यों।
सत्य कुमार प्रेमी
ये करुणा भी कितनी प्रणय है....!
ये करुणा भी कितनी प्रणय है....!
Kunwar kunwar sarvendra vikram singh
चाहे कितना भी ऊंचा पद प्राप्त कर लो, चाहे कितनी भी बडी डिग्र
चाहे कितना भी ऊंचा पद प्राप्त कर लो, चाहे कितनी भी बडी डिग्र
पूर्वार्थ
*** सफलता की चाह में......! ***
*** सफलता की चाह में......! ***
VEDANTA PATEL
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
किस्मत का खेल
किस्मत का खेल
manorath maharaj
Loading...