Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2024 · 1 min read

तुम्हारे पास ज्यादा समय नही हैं, मौत तुम्हारे साये के रूप मे

तुम्हारे पास ज्यादा समय नही हैं, मौत तुम्हारे साये के रूप में हर पल साथ है, ये जीवन की “वास्तविक सच्चाई” है,

जीवन के इस सच्चाई को जानकर भी यदि तुम अपने समय और ऊर्जा का व्यर्थ दोहन कर रहे हो, इसकी सार्थकता, उपयोगिता और महत्व को नही समझ रहे हो,

तो इससे नरकीय और भटकावभरा जीवन और कुछ भी नही हो सकता..!!’

333 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

*करते श्रम दिन-रात तुम, तुमको श्रमिक प्रणाम (कुंडलिया)*
*करते श्रम दिन-रात तुम, तुमको श्रमिक प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
मजदूर...!!
मजदूर...!!
Ravi Betulwala
बीते साल
बीते साल
कार्तिक नितिन शर्मा
4175.💐 *पूर्णिका* 💐
4175.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तेरी याद में
तेरी याद में
Chitra Bisht
अल्हड़ सा वो लड़का.. ❤️❤️
अल्हड़ सा वो लड़का.. ❤️❤️
शिवम "सहज"
I had to learn to take care of myself, to slow down when nee
I had to learn to take care of myself, to slow down when nee
पूर्वार्थ
अनकहे अल्फाज़
अनकहे अल्फाज़
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
निकल पड़े है एक बार फिर नये सफर पर,
निकल पड़े है एक बार फिर नये सफर पर,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
संवादरहित मित्रता, मूक समाज और व्यथा पीड़ित नारी में परिवर्तन
संवादरहित मित्रता, मूक समाज और व्यथा पीड़ित नारी में परिवर्तन
DrLakshman Jha Parimal
Good morning
Good morning
Iamalpu9492
चाँद ने एक दिन चाँदनी से कहा
चाँद ने एक दिन चाँदनी से कहा
कुमार अविनाश 'केसर'
यह कैसे रिश्ते ?
यह कैसे रिश्ते ?
Abasaheb Sarjerao Mhaske
जीने दें
जीने दें
krupa Kadam
तेरी तस्वीर देखकर
तेरी तस्वीर देखकर
Dr.sima
सब ठीक है ।
सब ठीक है ।
Roopali Sharma
गुरूर  ना  करो  ऐ  साहिब
गुरूर ना करो ऐ साहिब
Neelofar Khan
मर्यादाशील
मर्यादाशील
ललकार भारद्वाज
अंजुली भर नेह
अंजुली भर नेह
Seema gupta,Alwar
कह दो हँसकर अलविदा तुम(अलविदा 2024)
कह दो हँसकर अलविदा तुम(अलविदा 2024)
gurudeenverma198
प्रेम पीड़ा का
प्रेम पीड़ा का
Dr fauzia Naseem shad
ਅਜ਼ਲਾਂ ਤੋਂ ਤੁਰੀ ਆ ਰਹੀ
ਅਜ਼ਲਾਂ ਤੋਂ ਤੁਰੀ ਆ ਰਹੀ
Surinder blackpen
कविता : याद
कविता : याद
Rajesh Kumar Arjun
****तुलसीदास****
****तुलसीदास****
Kavita Chouhan
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
"दिमागी गुलामी"
Dr. Kishan tandon kranti
जीवनमंथन
जीवनमंथन
Shyam Sundar Subramanian
स्पर्श
स्पर्श
Kanchan Advaita
ରାତ୍ରିର ବିଳାପ
ରାତ୍ରିର ବିଳାପ
Bidyadhar Mantry
Loading...