Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jun 2024 · 1 min read

“फसलों के राग”

“फसलों के राग”
खेतों की भूख का मौसम
समय-समय की प्यास,
कड़ाके की ठण्ड से ठिठुरती
पूस की रात।
यूँ ही नहीं बुझती कभी
पेट की आग,
यूँ ही नहीं गूँजते कभी
फसलों के राग।

2 Likes · 2 Comments · 167 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मेरी कलम से...
मेरी कलम से...
Anand Kumar
हर शब्द सिद्धांत
हर शब्द सिद्धांत
संतोष बरमैया जय
3246.*पूर्णिका*
3246.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ओबीसी साहित्य
ओबीसी साहित्य
Dr MusafiR BaithA
कह मुकरियां
कह मुकरियां
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
*चम्मच पर नींबू रखा, डंडी मुॅंह में थाम*
*चम्मच पर नींबू रखा, डंडी मुॅंह में थाम*
Ravi Prakash
चुनावी खेल
चुनावी खेल
Dhananjay Kumar
सिर्फ़ शिकायत करते हो।
सिर्फ़ शिकायत करते हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
# चांदनी#
# चांदनी#
Madhavi Srivastava
संत का अपमान स्वप्न में भी न करें, चाहे स्वयं देवऋषि नारद आप
संत का अपमान स्वप्न में भी न करें, चाहे स्वयं देवऋषि नारद आप
Sanjay ' शून्य'
शिक्षामित्रों पर उपकार...
शिक्षामित्रों पर उपकार...
आकाश महेशपुरी
कविता
कविता
Rambali Mishra
आईना ने आज़ सच बोल दिया
आईना ने आज़ सच बोल दिया
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सहधर्मनी
सहधर्मनी
Bodhisatva kastooriya
इंतजार
इंतजार
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
अंग्रेज तो चले गए ,
अंग्रेज तो चले गए ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
प्रमाणिका छंद
प्रमाणिका छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जो सारे दुखों को हर लें भी भगवान महादेव हर है ।
जो सारे दुखों को हर लें भी भगवान महादेव हर है ।
Rj Anand Prajapati
बरसाने वाली
बरसाने वाली
Shutisha Rajput
जीवन रंगमंच
जीवन रंगमंच
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बदलती जिंदगी की राहें
बदलती जिंदगी की राहें
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जब तक साथ है एक दूसरे की कद्र कीजिए पति-पत्नी नहीं है जो जीव
जब तक साथ है एक दूसरे की कद्र कीजिए पति-पत्नी नहीं है जो जीव
Ranjeet kumar patre
मैं देर करती नहीं……… देर हो जाती है।
मैं देर करती नहीं……… देर हो जाती है।
MEENU SHARMA
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
पूर्वार्थ
मिनख रो नही मोल, लारे दौड़ै गरत्थ रे।
मिनख रो नही मोल, लारे दौड़ै गरत्थ रे।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चाह नहीं मुझे , बनकर मैं नेता - व्यंग्य
चाह नहीं मुझे , बनकर मैं नेता - व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ज़िंदगी की ज़रूरत के
ज़िंदगी की ज़रूरत के
Dr fauzia Naseem shad
अलगौझा
अलगौझा
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Loading...