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1 Jun 2024 · 1 min read

कुछ भी भूलती नहीं मैं,

यूं तो कुछ भी भूलती नहीं मैं,
पर याद रखने जैसा भी तो कुछ हो।
✍️ लक्ष्मी वर्मा ‘प्रतीक्षा’

1 Like · 153 Views
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