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31 May 2024 · 1 min read

बच्चे मन के सच्चे

हम बच्चे मन के सच्चे हैं,
झूठ कपट से अभी डरते हैं।

न करना बड़ा हमें,
भूल न जाए हम मासूमियत।
छोटे रखना भगवान जी ,
ताकि करते रहे हम याद तुझे ।

बचपन में निस्वार्थ प्रेम से,
याद तुझे रखेंगे ,तेरे दर्शन करेंगे ,
बिना किसी कलेश के ।

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