Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2024 · 1 min read

प्रकृति इस कदर खफा हैं इंसान से

आग बरस रही है
आसमान से
प्रकृति इस कदर खफा हैं
इंसान से
बराबर का हक चाहिए
आदमी को
आदमी कि बड़ी चाहत है
भगवान से
फुल को दुश्मनी मोल नहीं लेनी चाहिए
बागवान से
पर यही गलती हो गयी है
आज के इंसान से

Language: Hindi
122 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Harinarayan Tanha
View all

You may also like these posts

रिश्ते रेशम डोर से,
रिश्ते रेशम डोर से,
sushil sarna
यमराज का श्राप
यमराज का श्राप
Sudhir srivastava
सही मायने में परिपक्व होना अपने भीतर की अंधकार, जटिलताओं और
सही मायने में परिपक्व होना अपने भीतर की अंधकार, जटिलताओं और
पूर्वार्थ
ग्रीष्म
ग्रीष्म
Kumud Srivastava
कोई नाराज़गी है तो बयाँ कीजिये हुजूर,
कोई नाराज़गी है तो बयाँ कीजिये हुजूर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हमें खतावार कह दिया है।
हमें खतावार कह दिया है।
Taj Mohammad
घर
घर
Dileep Shrivastava
Ikrar or ijhaar
Ikrar or ijhaar
anurag Azamgarh
कुछ देर तो ठहरो :-
कुछ देर तो ठहरो :-
PRATIK JANGID
शिगाफ़ तो भरे नहीं, लिहाफ़ चढ़  गया मगर
शिगाफ़ तो भरे नहीं, लिहाफ़ चढ़ गया मगर
Shweta Soni
गुरु के पद पंकज की पनही
गुरु के पद पंकज की पनही
Sushil Pandey
मौहब्बत अक्स है तेरा इबादत तुझको करनी है ।
मौहब्बत अक्स है तेरा इबादत तुझको करनी है ।
Phool gufran
ज़हर
ज़हर
Kumar Kalhans
आज का सच नही है
आज का सच नही है
Harinarayan Tanha
Just be like a moon.
Just be like a moon.
Satees Gond
प्रयत्नशील
प्रयत्नशील
Shashi Mahajan
बन जाना तू इस दिल की मलिका,
बन जाना तू इस दिल की मलिका,
Ajit Kumar "Karn"
"अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते
आर.एस. 'प्रीतम'
*हुस्न से विदाई*
*हुस्न से विदाई*
Dushyant Kumar
शबरी की भक्ति
शबरी की भक्ति
Indu Nandal
ख़रीद लिया शहर उसने,
ख़रीद लिया शहर उसने,
पूर्वार्थ देव
A Departed Soul Can Never Come Again
A Departed Soul Can Never Come Again
Manisha Manjari
चुकंदर
चुकंदर
Anil Kumar Mishra
2850.*पूर्णिका*
2850.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अज़ाब होती हैं
अज़ाब होती हैं
Dr fauzia Naseem shad
" तुम "
Dr. Kishan tandon kranti
अरे वो ज्यादा से ज्यादा क्या होगा
अरे वो ज्यादा से ज्यादा क्या होगा
Keshav kishor Kumar
छाले पड़ जाए अगर राह चलते
छाले पड़ जाए अगर राह चलते
Neeraj Mishra " नीर "
सत्य,”मीठा या कड़वा”
सत्य,”मीठा या कड़वा”
मनोज कर्ण
खिला रोटियाँ तीन जो,कहती एक रमेश
खिला रोटियाँ तीन जो,कहती एक रमेश
RAMESH SHARMA
Loading...