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28 May 2024 · 1 min read

42…Mutdaarik musamman saalim

42…Mutdaarik musamman saalim
faa’ilun faa’ilun faa’ilun faa’ilun::212 212 212 212
मै परेशानी वाकई सबब रखता हूं
तेरी यादों को रोशन गजब रखता हूं
@
सिर्फ शामिल मेरे ख्याल में तू अभी
तुझ से होके जुदा खुद को कब रखता हूँ
@
मै नहीं जाता मंदिर शिवालय कभी
बस हिफाजत छिपा अपना रब रखता हूं
#
बस पता जान मैंने तुझे खत लिखा
खत को लिखने पुराना सा ढब रखता हूं
#
तुझ को पाने की चाहत भी नाकाम थी
तुम गिनो यूँ गणित मै खरब रखता हूँ
#सुशील यादव
न्यू आदर्श नगर,जोन 1 स्ट्रीट 3 A
दुर्ग छत्तीसगढ़
मोबाईल :9408807420

1 Like · 187 Views
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