Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2024 · 1 min read

ग़ज़ल (रखो हौंसला फ़िर न डर है यहाँ)

अलग सा ये’ माना सफ़र है यहाँ
रखो हौंसला फ़िर न डर है यहाँ

भले ही बने अज़नबी से हैं वो
जुड़ा उनसे’ कुछ तो मगर है यहाँ

वही कर जो कहता है दिल, शौक से
भरी फिर खुशी से डगर है यहाँ

खिले ग़ुल शगूफ़े भी विगसे हुए
रवानी की’ ज्यों दोपहर है यहाँ

मिलेंगे महकते हुये दिल जवां
कि जिंदा दिलों का बसर है यहां

डॉक्टर रागिनी शर्मा इंदौर

——————————————–

Tag: Poem
172 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सांसों से आईने पर क्या लिखते हो।
सांसों से आईने पर क्या लिखते हो।
Taj Mohammad
माँ जब भी दुआएं देती है
माँ जब भी दुआएं देती है
Bhupendra Rawat
वर्तमान में जितना लोग सेक्स के प्रति आकर्षित है यदि उतना ही
वर्तमान में जितना लोग सेक्स के प्रति आकर्षित है यदि उतना ही
Rj Anand Prajapati
अंतरात्मा की आवाज
अंतरात्मा की आवाज
SURYA PRAKASH SHARMA
कि ऐसा इश्क़ हैं मेरा,
कि ऐसा इश्क़ हैं मेरा,
Vivek Kumar Yadav
*चिड़ियों को जल दाना डाल रहा है वो*
*चिड़ियों को जल दाना डाल रहा है वो*
sudhir kumar
#आज_का_शेर-
#आज_का_शेर-
*प्रणय प्रभात*
दस्तूर
दस्तूर
Davina Amar Thakral
समझौता
समझौता
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हमने तूफानों में भी दीपक जलते देखा है
हमने तूफानों में भी दीपक जलते देखा है
दीपक बवेजा सरल
एक पल में जब हटेगी छाया
एक पल में जब हटेगी छाया
Buddha Prakash
ये इश्क़-विश्क़ के फेरे-
ये इश्क़-विश्क़ के फेरे-
Shreedhar
नारी की आवाज हूँ।
नारी की आवाज हूँ।
manorath maharaj
*मरहम है सबसे बड़ा समय, सब भॉंति घाव यह भरता है (राधेश्यामी
*मरहम है सबसे बड़ा समय, सब भॉंति घाव यह भरता है (राधेश्यामी
Ravi Prakash
जिस दिन
जिस दिन
Santosh Shrivastava
आशावश
आशावश
Babiya khatoon
कुण हैं आपणौ
कुण हैं आपणौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
डायरी में शायरी...
डायरी में शायरी...
आर.एस. 'प्रीतम'
खुदा की चौखट पर
खुदा की चौखट पर
dr rajmati Surana
शीर्षक:-मित्र वही है
शीर्षक:-मित्र वही है
राधेश्याम "रागी"
विगत काल की वेदना,
विगत काल की वेदना,
sushil sarna
"Stop being a passenger for someone."
पूर्वार्थ
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
मैंने बेटी होने का किरदार किया है
Madhuyanka Raj
सही गलत की पहचान करना सीखें
सही गलत की पहचान करना सीखें
Ranjeet kumar patre
3626.💐 *पूर्णिका* 💐
3626.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कर्म ही आड़े आएगा
कर्म ही आड़े आएगा
संतोष बरमैया जय
"अजीब फ़ितरत"
Dr. Kishan tandon kranti
ख्वाँबो को युँ बुन लिया आँखो नें ,
ख्वाँबो को युँ बुन लिया आँखो नें ,
Manisha Wandhare
अपमान
अपमान
Shutisha Rajput
“मेरे जीवन साथी”
“मेरे जीवन साथी”
DrLakshman Jha Parimal
Loading...