Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2024 · 1 min read

मई दिवस

(१)
उत्तरी -अक्षांश के बर्फीले देशों में
मई दिवस हैं लोगो का, बासंती महीना
दिन होता है जहां, मौज- मस्ती का
शीतलता की जड़ता से विमुक्ति का
जब देखते ही धूप का टुकड़ा
भूल जाता है मानव अपना सारा दुखड़ा
और दौड़ पड़ते हैं सरपट वे
खुले मैदानों में, पार्कों में, छतों पर
मन गुदगुदाने, सेंकने, सहलाने
गरमाने अपने शीतल बदन को
औरत -मर्द- बच्चे -बूढ़े -जवान
मिलजुल कर करते धूप स्नान
सुन गीत लवापंछी और कोयल के
नाच उठता मन, जैसे मन मोरनी के
अंग -अंग दमक उठता, जैसे हो हीरा
खिल उठता गुलाब, जब गिरता पसीना
मई दिवस है लोगो का, बासंती महीना।
(२)

मई दिवस– एक पर्व है
जिस पर मजदूरों को गर्व है
पहली मई को, पूंजीवाद की घाटी में
कोई सिरफिरा,1886 में
एक स्वर से जोर से नारा लगाया था:
” * आठ घंटे काम करेंगे
* नहीं तो हड़ताल करेंगे
* बहुत सहे हम जुल्म ओ सितम
*अब न सहेंगे एक सितम
* छोड़ नारकीय जीवन अब
*पाएंगे नवजीवन हम
*अपना देश खुशहाल बनेगा
*सर्व हरा को जन सब हक होगा
*हमें हमारा सम्मान मिलेगा…..”
तभी से चल पड़ा है सिलसिला
मनाते हैं हर मजदूर चहुओर
मई दिवस की स्मृति और उत्सव
हर्ष उल्लास से, पूर्ण विश्वास से
कि कभी तो होगा हमारे सपनों का भोर
समाज और सरकार करेंगे, हम पर भी गौर।
**************************************
@स्वरचित : घनश्याम पोद्दार, मुंगेर

Language: Hindi
189 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ghanshyam Poddar
View all

You may also like these posts

"सपनों की परवाज़" (The Flight of Dreams):
Dhananjay Kumar
यही है हमारा प्यारा राजनांदगांव...
यही है हमारा प्यारा राजनांदगांव...
TAMANNA BILASPURI
लड़कियां क्रीम पाउडर लगाकर खुद तो गोरी हो जाएंगी
लड़कियां क्रीम पाउडर लगाकर खुद तो गोरी हो जाएंगी
शेखर सिंह
The Rotting Carcass
The Rotting Carcass
Chitra Bisht
दुश्मन उसके बाढ़ और सूखा
दुश्मन उसके बाढ़ और सूखा
Acharya Shilak Ram
जय भस्मेश्वर महादेव
जय भस्मेश्वर महादेव
The World News
चोपाई छंद गीत
चोपाई छंद गीत
seema sharma
सुखी जीवन बनाने के लिए बहुत कम की आवश्यकता होती है; यह सब आप
सुखी जीवन बनाने के लिए बहुत कम की आवश्यकता होती है; यह सब आप
ललकार भारद्वाज
मुस्कान आई है ....
मुस्कान आई है ....
Manisha Wandhare
यह मेरी जन्मभूमि है(ठूँसरा)
यह मेरी जन्मभूमि है(ठूँसरा)
gurudeenverma198
हृदय वीणा हो गया
हृदय वीणा हो गया
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
चाँद
चाँद
Davina Amar Thakral
कवि मन
कवि मन
Rajesh Kumar Kaurav
आगे बढ़ने का
आगे बढ़ने का
Dr fauzia Naseem shad
" पाप "
Dr. Kishan tandon kranti
दिनकर
दिनकर
विधानन्द सिंह'' श्रीहर्ष''
छठा रूप माँ कात्यायनी
छठा रूप माँ कात्यायनी
Dr Archana Gupta
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
અનપઢ
અનપઢ
Iamalpu9492
न रंग  था न  रूप  था  खरीददार  थे मिले।
न रंग था न रूप था खरीददार थे मिले।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मित्रता
मित्रता
Dr.sima
प्रेम वो नहीं
प्रेम वो नहीं
हिमांशु Kulshrestha
आस्था के प्रतीक है, राम
आस्था के प्रतीक है, राम
Bhupendra Rawat
■ ख़ुद सोचिए...
■ ख़ुद सोचिए...
*प्रणय प्रभात*
हक-अधिकार लौटाने वाली पुस्तक
हक-अधिकार लौटाने वाली पुस्तक
विनोद सिल्ला
तपन ने सबको छुआ है / गर्मी का नवगीत
तपन ने सबको छुआ है / गर्मी का नवगीत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Topic Wait never ends
Topic Wait never ends
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तूलिका मेरी तू लिख,  पीर उस एहसास की
तूलिका मेरी तू लिख, पीर उस एहसास की
Kamla Prakash
"ऐसा क्यों होता है अक्सर"
Madhu Gupta "अपराजिता"
मन से जंग जारी है।
मन से जंग जारी है।
Meera Thakur
Loading...