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23 May 2024 · 1 min read

प्रेम

दिन और रात की तरह
सुख दुःख आते जाते हैं
परिवर्तन प्रकृति का नियम है
स्वीकार करो, स्वीकार करो
सब जीवों के प्रति दया भाव हो
सबसे प्यार करो
प्रेम शक्ति है, प्रेम भक्ति है
प्रेम एकता, प्रेम आनंद है
प्रेम जीवन जीने की कला है
प्रेम से ही हुआ सबका भला है
प्रेम सफलता है
राधा, सीता, मीरा का प्रेम शिक्षा है
प्रेम बिना जीवन अधूरा है
प्रेम उत्साह का सागर है
प्रेम युद्ध का अंत है
प्रेम अनंत है
प्रेम संत हैं
जिसने प्रेम करना जाना
उसका जगत है ठिकाना
प्रेम विवश भगवान को धरती पर पड़ा आना

Language: Hindi
114 Views
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