Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2024 · 1 min read

बुद्ध पूर्णिमा शुभकामनाएं – बुद्ध के अनमोल विचार

बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक-हार्दिक शुभेच्छा
बुद्ध के अनमोल विचार –

-“सभी को यह त्रिगुण सत्य सिखाएं: उदार हृदय, दयालु भाषण, तथा सेवा और करुणा का जीवन वे चीजें हैं, जो मानवता को नवीनीकृत करती हैं।”

-“प्रत्येक मनुष्य अपने स्वास्थ्य या रोग का स्वयं निर्माता है।”

-“कुछ भी स्थायी नहीं है।”

-“अपना मन भलाई करने में लगाओ। इसे बार-बार दोहराओ और तुम आनंद से भर जाओगे।”

-“सच्चा प्यार समझ से पैदा होता है।”

-“हमें कोई नहीं बचाता सिवाय हमारे अपने। कोई भी ऐसा नहीं कर सकता और कोई भी ऐसा नहीं कर सकता। हमें खुद ही इस रास्ते पर चलना होगा।”

-“स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन है, वफादारी सबसे अच्छा रिश्ता है।”

-“किसी भी बात पर विश्वास मत करो, चाहे आपने इसे कहां पढ़ा हो, या किसने कहा हो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैंने यह कहा है या नहीं, जब तक कि यह आपके अपने तर्क और आपके अपने सामान्य ज्ञान से सहमत न हो।”

-“शांति भीतर से आती है। इसके बिना इसकी खोज मत करो।”

-“अगर हम एक फूल के चमत्कार को स्पष्ट रूप से देख सकें तो हमारा पूरा जीवन बदल जाएगा।”

-“हजारों लड़ाइयां जीतने से बेहतर है कि आप खुद पर विजय पाएं। फिर जीत आपकी है. इसे आपसे नहीं छीना जा सकता।”

Language: Hindi
180 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Raju Gajbhiye
View all

You may also like these posts

कौन है जिसको यहाँ पर बेबसी अच्छी लगी
कौन है जिसको यहाँ पर बेबसी अच्छी लगी
अंसार एटवी
नारी नर
नारी नर
लक्ष्मी सिंह
" बोझ "
Dr. Kishan tandon kranti
..
..
*प्रणय प्रभात*
Maje me-Gajal
Maje me-Gajal
Dr Mukesh 'Aseemit'
हम अकेले अनमने से हो गये.....!!
हम अकेले अनमने से हो गये.....!!
पंकज परिंदा
भामाशाह
भामाशाह
Dr Archana Gupta
काश हम भी दिल के अंदर झांक लेते,
काश हम भी दिल के अंदर झांक लेते,
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
टुटे ख़्वाबों को पंख दे दो
टुटे ख़्वाबों को पंख दे दो
Kamla Prakash
मौलिकता
मौलिकता
Nitin Kulkarni
Whispers of Memories
Whispers of Memories
Shyam Sundar Subramanian
बाल कविता: मछली
बाल कविता: मछली
Rajesh Kumar Arjun
12.धुंआ
12.धुंआ
Lalni Bhardwaj
यही कहता है मेरा दिल
यही कहता है मेरा दिल
gurudeenverma198
बहुत सुना है न कि दर्द बाँटने से कम होता है। लेकिन, ये भी तो
बहुत सुना है न कि दर्द बाँटने से कम होता है। लेकिन, ये भी तो
पूर्वार्थ
4508.*पूर्णिका*
4508.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जाने क्यूं मुझ पर से
जाने क्यूं मुझ पर से
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*पिता का प्यार*
*पिता का प्यार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
12. *नारी- स्थिति*
12. *नारी- स्थिति*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
आलोचना के स्वर
आलोचना के स्वर
Ashok Kumar Raktale
*हमारा छत्तीसगढ़ महान है*
*हमारा छत्तीसगढ़ महान है*
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
अनेकता में एकता
अनेकता में एकता
Mahender Singh
#शे'र
#शे'र
डॉक्टर रागिनी
दुआओं में जिनको मांगा था।
दुआओं में जिनको मांगा था।
Taj Mohammad
$ग़ज़ल
$ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
इतना दिन बाद मिले हो।
इतना दिन बाद मिले हो।
Rj Anand Prajapati
शीर्षक -अब तो ललकारो!
शीर्षक -अब तो ललकारो!
Sushma Singh
गज़ल
गज़ल
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
"Be-
Ankita Patel
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
Loading...