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22 May 2024 · 1 min read

चलो चाय पर करने चर्चा।

चलो चाय पर करने चर्चा।

मोहन सोहन और कन्हैया,
भानमति सङ्ग उनके सैंया।
नन्दू अदरक कूट रहा है-
इन्तजार में गप्पू भैया।

बहस छिड़ी है कौन सुवर्चा।
चलो चाय पर करने चर्चा ।।

विजय हो किसकी किसकी हार,
किसे मिले जन-जन का प्यार ।
नेता जी कह रहे चाय पर-
मौका दे दो अबकी बार।

सङ्ग चाहिए भर दी पर्चा।
चलो चाय पर करने चर्चा ।।

राजनीति की चाय अखाड़ा
सभी पढ़ें बस एक पहाड़ा
नेता नगरी ने भी समझा –
आकर तम्बू यही पे गाड़ा।

सभी ने खोले दलगत मोर्चा।
चलो चाय पर करने चर्चा।।

चाय सङ्ग मिल रहा समोसा,
सङ्ग-सङ्ग चरणों में बोसा।
चरण वंदना करें महाशय-
मांग रहे हैं खास भरोसा।

नेता जी कर रहे हैं खर्चा।
चलो चाय पर करने चर्चा।।

✍️ संजीव शुक्ल ‘सचिन’

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