Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 1 min read

नरसिंह अवतार विष्णु जी

हिरणाकश्यप ने मृत्युंजय बनने के, सारे जतन जुटाए
घोर तपस्या के बल पर,ब़म्हा से वरदान बहुत ही पाए
न दिन में मरूं, न रात में,न घर में न बाहर
न मैं नीचे मरूं धरा पर,न ही मरूं मैं ऊपर
न हथियार चले कोई,न नर या कोई जानवर
सोच समझ कर मांग लिए वर,खुश हो गया अभय पाकर
डूब गया अपने ही दंभ में, धर्म का किया निरादर
खुद को कहने लगा ईश्वर, बढ़ाया पापाचार धरा पर
मृत्युंजय मान लिया खुद को,बन बैठा सर्बेश्वर
धर्म शील पुत्र प़हलाद हुए,भजन विष्णु का करते थे
पिता हुए नाराज, भगवान जो खुद को कहते थे
अटल भक्ति थी भक्त प़हलाद की,वे टस से मस न होते थे
जहर दिया पहाड़ से फेंका, अग्नि में उन्हें जलाया
नाना जतन जुटाए उसने, प़हलाद न मरने पाया
गुस्से में हिरणाकश्यप ने, प़हलाद को पास बुलाया
कहां है तेरा नारायण?, हिरणाकश्यप गुर्राया
प़हलाद ने कहा पिताजी, कहां नारायण नहीं है
बस्ते हैं प़भु कण कण में, कोई स्थान रिक्त नहीं है
क्या इस महल के खम्बे में,वसते तेरे नारायण हैं
हां इस खम्बे में भी, मुझको दिखते नारायण हैं
क़ोध में उसने उसी खम्बे से, प़हलाद को बांध दिया
काटूंगा तुझे और नारायण को, जोरदार प्रहार किया
प़कट हो गए नारायण,जिनने नरसिंह अवतार लिया
न नर थे न ही मानव,न ही दिन और रात
न ही अंदर बाहर मारा,न हथियार ही साथ
मार दिया था गोद में रखकर, नाखूनों का पाश
फ़ाड़ दिया नरसिंह भगवान ने, रखी भक्त की बात
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
1 Like · 259 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all

You may also like these posts

हसरतें भी मेरी शर्मिंदा है,
हसरतें भी मेरी शर्मिंदा है,
श्याम सांवरा
मेंहदीं
मेंहदीं
Kumud Srivastava
2962.*पूर्णिका*
2962.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैने यह कब कहा की मेरी ही सुन।
मैने यह कब कहा की मेरी ही सुन।
अश्विनी (विप्र)
सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम्
सुस्ता लीजिये - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
Zbet– nơi bạn khát khao chinh phục những đỉnh cao thắng lợi
Zbet– nơi bạn khát khao chinh phục những đỉnh cao thắng lợi
zbetdoctor
नेता
नेता
OM PRAKASH MEENA
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
जन्म प्रभु श्री राम का
जन्म प्रभु श्री राम का
इंजी. संजय श्रीवास्तव
#राजस्थान_दिवस_पर
#राजस्थान_दिवस_पर
*प्रणय प्रभात*
एक दिन सब ठीक हो जाएगा का इंतजार करते-करते आधी उम्र बीत गई प
एक दिन सब ठीक हो जाएगा का इंतजार करते-करते आधी उम्र बीत गई प
पूर्वार्थ देव
गीत
गीत
Shiva Awasthi
When you work so hard for an achievement,
When you work so hard for an achievement,
पूर्वार्थ
पहचान
पहचान
Shashi Mahajan
देशभक्ति
देशभक्ति
पंकज कुमार कर्ण
वर्तमान चोर संत कबीर।
वर्तमान चोर संत कबीर।
Acharya Rama Nand Mandal
ओस भरी निशा में ये चमकते तारे
ओस भरी निशा में ये चमकते तारे
नूरफातिमा खातून नूरी
माँ का घर (नवगीत) मातृदिवस पर विशेष
माँ का घर (नवगीत) मातृदिवस पर विशेष
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जनता  जाने  झूठ  है, नेता  की  हर बात ।
जनता जाने झूठ है, नेता की हर बात ।
sushil sarna
शायद यही लाइफ है
शायद यही लाइफ है
डॉ. एकान्त नेगी
सुप्रभात
सुप्रभात
डॉक्टर रागिनी
माँ के बिना घर आंगन अच्छा नही लगता
माँ के बिना घर आंगन अच्छा नही लगता
Basant Bhagawan Roy
अकेले हैं ज़माने में।
अकेले हैं ज़माने में।
लक्ष्मी सिंह
मैं जिन्दगी में
मैं जिन्दगी में
Swami Ganganiya
गणतंत्र के साढ़े सात दशक
गणतंत्र के साढ़े सात दशक
Harinarayan Tanha
✍️ दोहा ✍️
✍️ दोहा ✍️
राधेश्याम "रागी"
देखा है
देखा है
Dr fauzia Naseem shad
मंथन
मंथन
Mukund Patil
देख कर चल मेरे भाई
देख कर चल मेरे भाई
Radha Bablu mishra
आचार्य शुक्ल के उच्च काव्य-लक्षण
आचार्य शुक्ल के उच्च काव्य-लक्षण
कवि रमेशराज
Loading...