Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 1 min read

जीवन पथ

तबाही का भी जलसा मनाते चलिए
पराये को भी अपना बनाते चलिए

हमदर्दी की, किसी से, उम्मीद मत करना
ज़ख़्म अपने हैं, इन्हें भी अपनाते चलिए

तकलीफ़ों से बहुत वाक़िफ़ हो चुकी ज़िंदगी
दर्द कोई, नया मिले , तो मुस्कुराते चलिए

मिलना मिलाना बहुत हो चुका सब से
ख़ाली हो ग़र, तो ख़ुद को ख़ुद से मिलाते चलिये

बड़ा आसान होता है हवाओं के साथ चलना
लगे हाथ हो सके तो आँधियों से टकराते चलिए

डा ० राजीव” सागरी”

137 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Rajeev Jain
View all

You may also like these posts

" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
"कहने में"
Dr. Kishan tandon kranti
किसी मेहनती मर्द के साथ रिश्ता हर किसी
किसी मेहनती मर्द के साथ रिश्ता हर किसी
पूर्वार्थ देव
हीरा
हीरा
Poonam Sharma
पुरबी के जनक 'महेंद्र मिश्र
पुरबी के जनक 'महेंद्र मिश्र
Indu Singh
3737.💐 *पूर्णिका* 💐
3737.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
यू ही बीत जाने वाले रातें नहीं है ये
यू ही बीत जाने वाले रातें नहीं है ये
"एकांत "उमेश*
आभास (वर्ण पिरामिड )
आभास (वर्ण पिरामिड )
sushil sarna
मैं बसंत
मैं बसंत
Meenakshi Bhatnagar
विकल्प
विकल्प
Shashi Mahajan
15. The Naughty Rat
15. The Naughty Rat
Ahtesham Ahmad
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
Rituraj shivem verma
इतिहास में वही प्रेम कहानियाँ अमर होती हैं
इतिहास में वही प्रेम कहानियाँ अमर होती हैं
पूर्वार्थ
पेड़ों ने जगह दी ना शाख़ों पे नशेमन है
पेड़ों ने जगह दी ना शाख़ों पे नशेमन है
Kanchan Gupta
त्रिविध ताप
त्रिविध ताप
मनोज कर्ण
पिता
पिता
Raju Gajbhiye
विधु की कौमुदी
विधु की कौमुदी
Vivek Pandey
गुरुवर डे (शिक्षक दिवस)
गुरुवर डे (शिक्षक दिवस)
जय लगन कुमार हैप्पी
नववर्ष
नववर्ष
Sudhir srivastava
हमसफर की आहट
हमसफर की आहट
Shutisha Rajput
हाइकु - डी के निवातिया
हाइकु - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
चलो कोशिश करते हैं कि जर्जर होते रिश्तो को सम्भाल पाये।
चलो कोशिश करते हैं कि जर्जर होते रिश्तो को सम्भाल पाये।
अश्विनी (विप्र)
I am Sorry
I am Sorry
Mr. Bindesh Jha
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है...
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है...
Ajit Kumar "Karn"
संवेदना क्या है?
संवेदना क्या है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
अरे सुन जिंदगी ले जाएगी कहाँ
अरे सुन जिंदगी ले जाएगी कहाँ
VINOD CHAUHAN
इश्क़ में ना जाने क्या क्या शौक़ पलता है,
इश्क़ में ना जाने क्या क्या शौक़ पलता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*दृष्टिकोण*
*दृष्टिकोण*
Pallavi Mishra
कितनी मासूम
कितनी मासूम
हिमांशु Kulshrestha
■ कडवी बात, हुनर के साथ।
■ कडवी बात, हुनर के साथ।
*प्रणय प्रभात*
Loading...