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21 May 2024 · 1 min read

कुछ दूर और चली होती मेरे साथ

तुम अगर कुछ दूर और
चली होती मेरे साथ
तो जान पाती कुछ और
मेरे बारे में
और मैं भी
कुछ और एहसास
जमा कर लेता
तुम्हारे बगैर जीने के लिए
क्योंकि अब इस दिल में
तो जगह ही नहीं है
किसी और के लिए
किसी नए एहसास के लिए
और तुम में तो इतने
एहसास ही नहीं थे
किसी और के एहसासो
को समझने के लिए

जमाना चाहेगा कि
तुमसे नफरत करुं मैं
तुम्हें अपना गुनहगार
दिखाता रहूं मैं
पर मैं तो ऐसा कर ही नही सकता
क्योंकि ये जमाना तुमसे
मोहब्बत में महानता चाहता होगा
पर मैं नहीं चाहता था
और अब भी नही चाहता हूं
क्योंकि मैं और सिर्फ मैं
जानता हूं
कि तुम भी एक आम लड़की ही हो
जो अपने लिए
जीवन का हर रिश्ता
सबसे बेहतर चुनना चाहती है

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