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21 May 2024 · 1 min read

बारिश में संग मेरे भीग जाया करो

खुद को इतना न बचाया करो,
बारिश में संग मेरे भीग जाया करो।

इतने उदास हो क्यों तुम आखिर?
कभी कभी थोड़ा सा तो मुस्कुराया करो।

न आ सको हकीकत में तो कोई बात नहीं,
आके ख्वाबों में फिर न वापिस जाया करो।

हमसे मिलने का मन न हो अगर,
तो भी किसी और बहाने से आया करो।

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