Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2024 · 1 min read

सज्जन

सज्जन वह जो करे भलाई ।
पर उपकार करे वह भाई।।
यश प्रशंसा का नहीं भूखा।
श्रम कर खाता रूखा सूखा।।

जन जन से व्यवहार शलीना।
स्वार्थ त्याग कर परहित जीना।
नहि काहू की करे बुराई।
प्रेम भाव मर्याद निभाई।।

दुर्जन का नहि करता संगा।
नशाखोर को समझ कुसंगा।।
भाग्य भोग प्रभु के आधीना।
कर्म वीर सज्जन का जीना।।

झूठ कपट का नहीं सहारा ।
बिन बदले करता उपकारा।।
धर्म नीति को रखता आगे ।
कर्म धर्म से कभी न भागे।।

मानव होकर देव समाना।
लेता कम देते ही जाना ।।
लाखों मानव में दो चारा।
सज्जन ज्ञानी हैं परिवारा।।

राजेश कौरव सुमित्र

1 Like · 115 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all

You may also like these posts

वसुंधरा का क्रन्दन
वसुंधरा का क्रन्दन
Durgesh Bhatt
दुर्घटनाओं के पीछे जन मानस में क्रांति हो...
दुर्घटनाओं के पीछे जन मानस में क्रांति हो...
SATPAL CHAUHAN
मंद हवाएं
मंद हवाएं
Akash RC Sharma
हमेशा अच्छे लोगों के संगत में रहा करो क्योंकि सुनार का कचरा
हमेशा अच्छे लोगों के संगत में रहा करो क्योंकि सुनार का कचरा
Ranjeet kumar patre
हम उस पीढ़ी के लोग है
हम उस पीढ़ी के लोग है
Indu Singh
दुनिया की यही यही हकीकत है जिसके लिए आप हर वक्त मौजूद रहते ह
दुनिया की यही यही हकीकत है जिसके लिए आप हर वक्त मौजूद रहते ह
Rj Anand Prajapati
आजादी
आजादी
विशाल शुक्ल
- दिल झूम -झूम जाए -
- दिल झूम -झूम जाए -
bharat gehlot
याद सताय
याद सताय
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
अद्वैत
अद्वैत
Dr.Priya Soni Khare
दिल से करो पुकार
दिल से करो पुकार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जय माँ शारदे🌹
जय माँ शारदे🌹
Kamini Mishra
4752.*पूर्णिका*
4752.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कितना धार्मिक
कितना धार्मिक
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Sentenced To A World Without You For All Time.
Sentenced To A World Without You For All Time.
Manisha Manjari
*. ईश्वर वही है *
*. ईश्वर वही है *
भूरचन्द जयपाल
हाथ में फूल गुलाबों के हीं सच्चे लगते हैं
हाथ में फूल गुलाबों के हीं सच्चे लगते हैं
Shweta Soni
नश्वर है मनुज फिर
नश्वर है मनुज फिर
Abhishek Kumar
किसी विशेष व्यक्ति के पिछलगगु बनने से अच्छा है आप खुद विशेष
किसी विशेष व्यक्ति के पिछलगगु बनने से अच्छा है आप खुद विशेष
Vivek Ahuja
सिलसिला ये प्यार का
सिलसिला ये प्यार का
सुशील भारती
****महात्मा गाँधी****
****महात्मा गाँधी****
Kavita Chouhan
-हर घड़ी बदलती है यह ज़िन्दगी कि कहानी,
-हर घड़ी बदलती है यह ज़िन्दगी कि कहानी,
Radha Bablu mishra
***हालात नीति***
***हालात नीति***
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
" तोहफा "
Dr. Kishan tandon kranti
स्वयं को चरित्रवान बनाना अपने हाथ में है और आसान भी है
स्वयं को चरित्रवान बनाना अपने हाथ में है और आसान भी है
Paras Nath Jha
बचा क्या है??
बचा क्या है??
सिद्धार्थ गोरखपुरी
आकाश  से  व्यापक
आकाश से व्यापक
Acharya Shilak Ram
बने स्वयंभू आप
बने स्वयंभू आप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
ए दिल्ली शहर तेरी फिजा होती है क्यूँ
ए दिल्ली शहर तेरी फिजा होती है क्यूँ
shabina. Naaz
कोमल अग्रवाल की कलम से ' इतना सोचा तुम्हें '
कोमल अग्रवाल की कलम से ' इतना सोचा तुम्हें '
komalagrawal750
Loading...