Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2024 · 1 min read

संघर्ष

फिर से साहस करना होगा,अधिकारो के लिये लड़ना होगा।
सन्ताप नही होगा मन में,
शोणित का उबाल होगा तन में,
मन विचलित हो ऐसा न हो,
गिर के फिर से उठना होगा,
गिर के फिर से उठना होगा।।
निज स्वार्थ नही मेरे मन में,उतरुँगा अब मैं भी रण मे।
बादल संशय के छँट जायेंगे,ना फिर से मान मर्दन होगा,ना फिर से मान मर्दन होगा।।
दिनकर के आते ही जैसे हट जाती है तमस निशा,
ऐसे ही तपकर हमको भी अन्धकार से लड़ना होगा।।
धारण कर तरकश मे धैर्य बाण,मन में कर साहस सन्धान
फिर से युयुत्सू बनना होगा फिर से युयुत्सू बनना होगा।।
उर्मी साहस की आई है,संग अपने उजियारा लाई है,
बाती साहस की प्रज्वलित कर,हमको फिर से जलना होगा,हमको फिर से जलना होगा।।
प्रतिकार करे अन्याय का ,साहस तो करना होगा।
अधिकारो के लिये लड़ना होगा ,अधिकारो के लिये लड़ना होगा

74 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अश्विनी (विप्र)
View all

You may also like these posts

एक  एहसास  थम  गया  दिल  भी
एक एहसास थम गया दिल भी
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
तू है
तू है
Satish Srijan
लहरों सी होती हैं मुश्किलें यारो,
लहरों सी होती हैं मुश्किलें यारो,
Sunil Maheshwari
..
..
*प्रणय*
युँ खुश हूँ मैं जिंदगी में अपनी ,
युँ खुश हूँ मैं जिंदगी में अपनी ,
Manisha Wandhare
Line.....!
Line.....!
Vicky Purohit
कविता
कविता
Pushpraj devhare
(ग़ज़ल) तेरा साथ ही जब मयस्सर नहीं
(ग़ज़ल) तेरा साथ ही जब मयस्सर नहीं
प्रदीप माहिर
भर चुका मैल मन में बहुत
भर चुका मैल मन में बहुत
पूर्वार्थ
काश
काश
Sonu sugandh
तिरस्कार के बीज
तिरस्कार के बीज
RAMESH SHARMA
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
सत्य कुमार प्रेमी
वो तो मां है जो मुझे दूसरों से नौ महीने ज्यादा जानती है
वो तो मां है जो मुझे दूसरों से नौ महीने ज्यादा जानती है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इन सर्द रास्तों पर
इन सर्द रास्तों पर
हिमांशु Kulshrestha
नववर्ष मात्र इतना करना।
नववर्ष मात्र इतना करना।
श्रीकृष्ण शुक्ल
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"उम्र के साथ"
Dr. Kishan tandon kranti
सच्चे देशभक्त ‘ लाला लाजपत राय ’
सच्चे देशभक्त ‘ लाला लाजपत राय ’
कवि रमेशराज
3488.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3488.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
Good morning 🌄🌞 सुप्रभात साथियों
Good morning 🌄🌞 सुप्रभात साथियों
Dinesh Kumar Gangwar
बदले की चाह और इतिहास की आह बहुत ही खतरनाक होती है। यह दोनों
बदले की चाह और इतिहास की आह बहुत ही खतरनाक होती है। यह दोनों
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
परिवर्तन
परिवर्तन
Khajan Singh Nain
हर मुश्किल का हल निकलेगा..!
हर मुश्किल का हल निकलेगा..!
पंकज परिंदा
वसंत पंचमी की विविधता
वसंत पंचमी की विविधता
Sudhir srivastava
कमी ना थी
कमी ना थी
राकेश पाठक कठारा
मै ना सुनूंगी
मै ना सुनूंगी
भरत कुमार सोलंकी
*हाथी*
*हाथी*
Dushyant Kumar
सारी उमर तराशा,पाला,पोसा जिसको..
सारी उमर तराशा,पाला,पोसा जिसको..
Shweta Soni
मित्रता स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास है। जहाँ सुख में हंसी-
मित्रता स्वार्थ नहीं बल्कि एक विश्वास है। जहाँ सुख में हंसी-
Dr Tabassum Jahan
Loading...