Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2024 · 1 min read

रक्षाबन्धन

भैया लेलो दुआए देखो बहना आयी है
आया राखी का त्यौहार देखो बहना आयी है
ढेर सारे तोहफे संग अपने राखी का बंधन लायी है
भैया लेलो दुआए देखो बहना आयी है

छोड़ा घर आंगन उसने फिर भी ये रीत निभाई है
बाबा की बिटिया है वो और अम्मा की परछाई है
भाइयो संग भतीजो की भी राखी लायी है
भैया लेलो दुआए देखो बहना आयी है

जिस घर आंगन खेली वो हुई बेटी वो परायी है
अब तो बुलाने पर भी नहीं आती बस चिठ्ठी ही भिजवाई है
इस घर का बंधन छोड़ उसने नयी परंपरा अपनायी है
भैया लेलो दुआए देखो बहना आयी है

72 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ayushi Verma
View all

You may also like these posts

कुंडलियां
कुंडलियां
seema sharma
सांस उधारी का लिये, क्यों करते संकल्प।
सांस उधारी का लिये, क्यों करते संकल्प।
संजय निराला
हाथ से मानव मल उठाने जैसे घृणित कार्यो को छोड़ने की अपील करती हुई कविता छोड़ दो।
हाथ से मानव मल उठाने जैसे घृणित कार्यो को छोड़ने की अपील करती हुई कविता छोड़ दो।
Dr. Narendra Valmiki
काल का स्वरूप🙏
काल का स्वरूप🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
उन्हें इल्म हो भी तो कैसे इश्क का,
उन्हें इल्म हो भी तो कैसे इश्क का,
श्याम सांवरा
क्या कहूँ ?
क्या कहूँ ?
Niharika Verma
Bundeli doha-fadali
Bundeli doha-fadali
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
4199💐 *पूर्णिका* 💐
4199💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्रभात
प्रभात
*प्रणय प्रभात*
मौन व्रत तोड़ दूंगा
मौन व्रत तोड़ दूंगा
Sudhir srivastava
The Philosophy of Self and the Eternal Bondage of Selflessness of the Soul
The Philosophy of Self and the Eternal Bondage of Selflessness of the Soul
Shyam Sundar Subramanian
*आभार कहो अपना भारत, जनतंत्र-रीति से चलता है (राधेश्यामी छंद
*आभार कहो अपना भारत, जनतंत्र-रीति से चलता है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
भोंट हमरे टा देब (हास्य कथा)
भोंट हमरे टा देब (हास्य कथा)
Dr. Kishan Karigar
विचार
विचार
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
नज़्म
नज़्म
सुरेखा कादियान 'सृजना'
अंतर्राष्ट्रीय बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया की संगीतमय प्रस्तुति से भक्त हुए भाव-विभोर
अंतर्राष्ट्रीय बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया की संगीतमय प्रस्तुति से भक्त हुए भाव-विभोर
The World News
संघर्ष की धूप मे तपते है !
संघर्ष की धूप मे तपते है !
Buddha Prakash
मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत
मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत
VINOD CHAUHAN
परदेसी की  याद  में, प्रीति निहारे द्वार ।
परदेसी की याद में, प्रीति निहारे द्वार ।
sushil sarna
मूर्ख व्यक्ति से ज्यादा, ज्ञानी धूर्त घातक होते हैं।
मूर्ख व्यक्ति से ज्यादा, ज्ञानी धूर्त घातक होते हैं।
पूर्वार्थ
- अंजाम क्या हुआ -
- अंजाम क्या हुआ -
bharat gehlot
आईना
आईना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
वो बचपन था
वो बचपन था
Satish Srijan
मैं औपचारिक हूं,वास्तविकता नहीं हूं
मैं औपचारिक हूं,वास्तविकता नहीं हूं
Keshav kishor Kumar
"पहचान"
Dr. Kishan tandon kranti
ତୁମ ର ହସ
ତୁମ ର ହସ
Otteri Selvakumar
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
सुनो पहाड़ की.....!!!! (भाग - ६)
Kanchan Khanna
पढ़ लेना मुझे तुम किताबों में..
पढ़ लेना मुझे तुम किताबों में..
Seema Garg
My days
My days
Shashi Mahajan
किसी ने बड़े ही तहजीब से मुझे महफिल में बुलाया था।
किसी ने बड़े ही तहजीब से मुझे महफिल में बुलाया था।
अश्विनी (विप्र)
Loading...