Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2024 · 1 min read

दरार

धीरे धीरे घट रहा, मानव मन में मेल।
रिश्ते नाते सब लगे,मतलब के अब खेल।
मनमुटाव के साथ ही,दिल में पड़े दरार-
षडयंत्रों के दंश को,सभी रहे हैं झेल।।

2 Likes · 144 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

4552.*पूर्णिका*
4552.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"मेरी क्रिसमस"
TAMANNA BILASPURI
संविधान के शिल्पी - डॉ अम्बेडकर
संविधान के शिल्पी - डॉ अम्बेडकर
डिजेन्द्र कुर्रे
कविता की आलोचना में कविता
कविता की आलोचना में कविता
Dr MusafiR BaithA
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शीर्षक तेरी रुप
शीर्षक तेरी रुप
Neeraj Kumar Agarwal
अपने आप से एक ही बात कहनी है
अपने आप से एक ही बात कहनी है
Rekha khichi
भुलाना हमारे वश में नहीं
भुलाना हमारे वश में नहीं
Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya"
*ख़ास*..!!
*ख़ास*..!!
Ravi Betulwala
होली खेल रहे बरसाने ।
होली खेल रहे बरसाने ।
अनुराग दीक्षित
बंदूक के ट्रिगर पर नियंत्रण रखने से पहले अपने मस्तिष्क पर नि
बंदूक के ट्रिगर पर नियंत्रण रखने से पहले अपने मस्तिष्क पर नि
Rj Anand Prajapati
मुझे तुम मिल जाओगी इतना विश्वास था
मुझे तुम मिल जाओगी इतना विश्वास था
Keshav kishor Kumar
"लम्हा इंतजार का"
Dr. Kishan tandon kranti
" हौंसला ही साथ देगा ----- "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
राम अर्थ है भारत का अब, भारत मतलब राम है (गीत)
राम अर्थ है भारत का अब, भारत मतलब राम है (गीत)
Ravi Prakash
न्याय यात्रा
न्याय यात्रा
Bodhisatva kastooriya
वो कालेज वाले दिन
वो कालेज वाले दिन
Akash Yadav
कोई काम करना मुश्किल नही है
कोई काम करना मुश्किल नही है
पूर्वार्थ
राष्ट्र भक्ति
राष्ट्र भक्ति
surenderpal vaidya
नकाब पोश
नकाब पोश
ओनिका सेतिया 'अनु '
राम का राज्य पुनः देश में लाने के लिए
राम का राज्य पुनः देश में लाने के लिए
आकाश महेशपुरी
सोचा नहीं था एक दिन , तू यूँ हीं हमें छोड़ जाएगा।
सोचा नहीं था एक दिन , तू यूँ हीं हमें छोड़ जाएगा।
Manisha Manjari
हमारी प्यारी मां
हमारी प्यारी मां
Shriyansh Gupta
कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त,
कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त,
Ajit Kumar "Karn"
संवेदना मनुष्यता की जान है।
संवेदना मनुष्यता की जान है।
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)
कला
कला
Kshma Urmila
रिश्ते बचाएं
रिश्ते बचाएं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
सर्द हवाओं का मौसम
सर्द हवाओं का मौसम
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
राम को कैसे जाना जा सकता है।
राम को कैसे जाना जा सकता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
..
..
*प्रणय प्रभात*
Loading...