Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2024 · 1 min read

माँ

ख़रीद लाती है इतने कपड़े मेरे जन्मदिन पे
और ख़ुद का जन्मदिन याद नहीं रखती है
हो जाऊ कभी बीमार मैं
तो ख़ुद रात भर सोया नहीं करती है
रख दू अगर हाथ किसी भी चीज पर
तो एक नहीं दो लाया करती है
जो बिन बोले एक शब्द भी मेरा
सब कुछ समझ लिया करती है
होठों पे हसी रख के
वो मन ही मन रोया करती है
कोई संकट मुझपे आने से पहले
मेरी माँ उससे लड़ती है
जो ख़ुद खड़ी हो परेशानी में
पर दुआ हमेशा मेरे लिए ही करती है
धन्य हुआ मेरा जीवन ऐसी माँ पाकर
मिले तू हर जनम मुझे माँ तेरी बेटी बस यही दुआ करती है

Language: Hindi
166 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ayushi Verma
View all

You may also like these posts

दिल की हसरत
दिल की हसरत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
आँसू
आँसू
शशि कांत श्रीवास्तव
स्तुति गान
स्तुति गान
Santosh kumar Miri "kaviraj"
4262.💐 *पूर्णिका* 💐
4262.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
" जय भारत-जय गणतंत्र ! "
Surya Barman
हे ! निराकार रूप के देवता
हे ! निराकार रूप के देवता
Buddha Prakash
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
ओसमणी साहू 'ओश'
ताबीर जिसकी कोई नहीं होती
ताबीर जिसकी कोई नहीं होती
Dr fauzia Naseem shad
ए सी का किरदार
ए सी का किरदार
RAMESH SHARMA
प्रेरणादायक बाल कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो।
प्रेरणादायक बाल कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो।
Rajesh Kumar Arjun
One thing is very important to do anything.. i.e. your healt
One thing is very important to do anything.. i.e. your healt
पूर्वार्थ
मेरा सपना
मेरा सपना
Adha Deshwal
ग़ज़ल (सिर्फ़ मरते हैं)
ग़ज़ल (सिर्फ़ मरते हैं)
SURYA PRAKASH SHARMA
55४ बां प़काश पर्व गुरु नानक देव जी का जन्म दिन
55४ बां प़काश पर्व गुरु नानक देव जी का जन्म दिन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
" कातिल "
Dr. Kishan tandon kranti
.
.
*प्रणय प्रभात*
हँस रहे थे कल तलक जो...
हँस रहे थे कल तलक जो...
डॉ.सीमा अग्रवाल
जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं,
जिदंगी भी साथ छोड़ देती हैं,
Umender kumar
द्रोणाचार्य वध
द्रोणाचार्य वध
Jalaj Dwivedi
बदरी..!
बदरी..!
Suryakant Dwivedi
कर्मों का फल
कर्मों का फल
Ram Krishan Rastogi
सत्य समझ
सत्य समझ
Rajesh Kumar Kaurav
आओ गुणगान देश का गाएं
आओ गुणगान देश का गाएं
Pratibha Pandey
ফিলিস্তিন কে বাচাও
ফিলিস্তিন কে বাচাও
Rahamat sk
कंचन प्यार
कंचन प्यार
Rambali Mishra
हर आदमी का आचार - व्यवहार,
हर आदमी का आचार - व्यवहार,
Ajit Kumar "Karn"
*प्रखर राष्ट्रवादी श्री रामरूप गुप्त*
*प्रखर राष्ट्रवादी श्री रामरूप गुप्त*
Ravi Prakash
गली में तेरे हर रोज फिरता था मैं।
गली में तेरे हर रोज फिरता था मैं।
Rj Anand Prajapati
याद हाथ को आ गया,
याद हाथ को आ गया,
sushil sarna
मौन
मौन
Shweta Soni
Loading...