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11 May 2024 · 1 min read

जिंदगी

जिंदगी जब भी सवाल करती है
जवाब आस पास रखती है
खुली आंखों से जब डराती है
बंद आंखों में आस रखती है
हम व्यर्थ में उलझते है
वो हर उलझन में सांस रखती है
जब कोई दर्द हमको देता है
हौसलों की किताब रखती है
जो बो दिया ,उसे ही काटोगे
देने का भी हिसाब रखती है
नफ़रत से भरी इस दुनिया में
प्रेम का कारोबार करती है।

Language: Hindi
2 Likes · 258 Views
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