Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 May 2024 · 1 min read

शिक्षित लोग

शिक्षित लोग ।

शिक्षित लोग बहुत चतुर होते हैं , वे यह नहीं चाहते हैं कि हमारे लोग आगे बढ़े , शिक्षत हो इसलिए विज्ञान , गणित को कोई महत्व ही नहीं दिऐ , वे भलिभांति जानते थे कि ये ज्ञान मिल जाये तो लोग पांखड़, धर्म , अंधविश्वास , छुआछूत जाति-पाति मिट जाऐगा और हमारा वर्चस्व ही मिट जाएगा । हमारे देश में अविष्कार समय के साथ हो रहा हैं । हमें भी विकसित देश बनना हैं ।

Language: Hindi
Tag: लेख
313 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Raju Gajbhiye
View all

You may also like these posts

जिस्म झुलसाती हुई गर्मी में..
जिस्म झुलसाती हुई गर्मी में..
Shweta Soni
राखड़ी! आ फकत
राखड़ी! आ फकत
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
लोकशैली में तेवरी
लोकशैली में तेवरी
कवि रमेशराज
*पैसा ज्यादा है बुरा, लाता सौ-सौ रोग*【*कुंडलिया*】
*पैसा ज्यादा है बुरा, लाता सौ-सौ रोग*【*कुंडलिया*】
Ravi Prakash
"सचमुच"
Dr. Kishan tandon kranti
3847.💐 *पूर्णिका* 💐
3847.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वीरों की धरती......
वीरों की धरती......
रेवा राम बांधे
मां।
मां।
Kumar Kalhans
मनभावन जीवन
मनभावन जीवन
Ragini Kumari
सफलता
सफलता
Vandna Thakur
वादा
वादा
goutam shaw
जनक देश है महान
जनक देश है महान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जो नभ को कण समझता है,
जो नभ को कण समझता है,
Bindesh kumar jha
क्या  कर  लोगे शिक्षित होकर।
क्या कर लोगे शिक्षित होकर।
Acharya Shilak Ram
सूख कर कौन यहां खास ,काँटा हुआ है...
सूख कर कौन यहां खास ,काँटा हुआ है...
sushil yadav
मतलब-ए- मोहब्बत
मतलब-ए- मोहब्बत
gurudeenverma198
आज मैंने खुद से मिलाया है खुदको !!
आज मैंने खुद से मिलाया है खुदको !!
Rachana
*बाढ़*
*बाढ़*
Dr. Priya Gupta
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सुमुखि सवैया
सुमुखि सवैया
seema sharma
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
बड़े समय के बाद हम रुख में आ रहे हैं
बड़े समय के बाद हम रुख में आ रहे हैं
दीपक बवेजा सरल
जब से दिल संकरे होने लगे हैं
जब से दिल संकरे होने लगे हैं
Kanchan Gupta
एक कोहिनूर ,: स्व श्री मनमोहन सिंह जी
एक कोहिनूर ,: स्व श्री मनमोहन सिंह जी
ओनिका सेतिया 'अनु '
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सामंजस्य हमसे बिठाओगे कैसे
सामंजस्य हमसे बिठाओगे कैसे
डॉ. एकान्त नेगी
अच्छे कर्म का फल
अच्छे कर्म का फल
Surinder blackpen
भोर होने से पहले ...
भोर होने से पहले ...
sushil sarna
शक्ति प्रसूता
शक्ति प्रसूता
Dr.Pratibha Prakash
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
Loading...