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10 May 2024 · 1 min read

कशमकश..

बड़ी अजीब सी
कशमकश से रूबरू हूँ मैं
अल्फाजों में ही
बस समेट दूँ तुमको
या फिर रूह में अपनी उतार लूँ मैं

हिमांशु Kulshrestha

Language: Hindi
90 Views
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