Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 May 2024 · 1 min read

“क्या-क्या करते”

“क्या-क्या करते”
ये दुनिया बड़ी अजीब है
लोग न जाने क्या-क्या करते हैं,
जब खो देते हैं खास
लेकिन फिर भी खोजा करते हैं।

3 Likes · 3 Comments · 227 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
DrLakshman Jha Parimal
Dr. Sunita Singh Sudha
Dr. Sunita Singh Sudha
Dr. Sunita Singh
कविताएं पंछी की तरह होती हैं,
कविताएं पंछी की तरह होती हैं,
प्रणव राज (तिवारी)
कैसे?
कैसे?
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
हर पल तुमको खोने का डर...
हर पल तुमको खोने का डर...
डॉ.सीमा अग्रवाल
हमारा दिल।
हमारा दिल।
Taj Mohammad
अब घोसले से बाहर निकलने को कहते हो
अब घोसले से बाहर निकलने को कहते हो
Trishika Dhara
एम० के० साहित्य अकादमी पंचकूला- डॉ० प्रतिभा 'माही'
एम० के० साहित्य अकादमी पंचकूला- डॉ० प्रतिभा 'माही'
Dr. Pratibha Mahi
गुलजार हो गये
गुलजार हो गये
Mamta Rani
खालीपन
खालीपन
Varun Singh Gautam
राम नाम की गूंज से
राम नाम की गूंज से
डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
अपना पन तो सब दिखाते है
अपना पन तो सब दिखाते है
Ranjeet kumar patre
यहां  ला  के हम भी , मिलाए गए हैं ,
यहां ला के हम भी , मिलाए गए हैं ,
Neelofar Khan
"मुकम्मल"
Dr. Kishan tandon kranti
"You’re going to realize it one day—that happiness was never
पूर्वार्थ
***रिमझिम-रिमझिम (प्रेम-गीत)***
***रिमझिम-रिमझिम (प्रेम-गीत)***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पूस की रात
पूस की रात
Atul "Krishn"
तिनको से बना घर
तिनको से बना घर
Uttirna Dhar
शोर से मौन को
शोर से मौन को
Dr fauzia Naseem shad
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ऐतिहासिक सैन्य प्रेस कॉन्फ्रेंस और पारदर्शिता की मिसाल: अभिलेश श्रीभारती
ऐतिहासिक सैन्य प्रेस कॉन्फ्रेंस और पारदर्शिता की मिसाल: अभिलेश श्रीभारती
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
क्या बिगाड़ लेगा कोई हमारा
क्या बिगाड़ लेगा कोई हमारा
VINOD CHAUHAN
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
सत्य कुमार प्रेमी
अधर्म उन्नति और पूर्व पुण्य (✍🏻 स्वछंद कवि आलोक पांडेय)
अधर्म उन्नति और पूर्व पुण्य (✍🏻 स्वछंद कवि आलोक पांडेय)
आलोक पांडेय
हुक्म
हुक्म
Shweta Soni
ఆ సమయం అది.
ఆ సమయం అది.
Otteri Selvakumar
श
Vipin Jain
आंसू ना बहने दो
आंसू ना बहने दो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जो
जो "नीट" है, उसे क्लीन होना चाहिए कि नहीं...?
*प्रणय प्रभात*
आओ लौट चले 2.0
आओ लौट चले 2.0
Dr. Mahesh Kumawat
Loading...