Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 May 2024 · 1 min read

कोरोना

विकट है कोरोना का ज्वार|
मचा है जग में हाहाकार||

सभी के संकट में है प्राण|
नहीं मिलता है इससे त्राण|
वाइरस का ऐसा संचार|
मचा है जग में हाहाकार||

लगा कर मास्क निकलते लोग|
भयंकर कितना है यह रोग|
हुए हैं इससे सब लाचार|
मचा है जग में हाहाकार||

सभी अच्छे से धोना हाथ|
रखें धीरज को अपने साथ|
करें सब कोई शाकाहार|
मचा है जग में हाहाकार||

जोड़कर करना हाथ प्रणाम|
मिटे तब कोरोना का नाम|
खत्म हो कोरोना का वार|
मचा है जग में हाहाकार||
-लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
142 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

माॅंं ! तुम टूटना नहीं
माॅंं ! तुम टूटना नहीं
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
मुश्किलों में उम्मीद यूँ मुस्कराती है
मुश्किलों में उम्मीद यूँ मुस्कराती है
VINOD CHAUHAN
जम़ी पर कुछ फुहारें अब अमन की चाहिए।
जम़ी पर कुछ फुहारें अब अमन की चाहिए।
सत्य कुमार प्रेमी
🙅आज के दौर में🙅
🙅आज के दौर में🙅
*प्रणय प्रभात*
बारिश आई(बाल कविता)
बारिश आई(बाल कविता)
Ravi Prakash
पिपासित
पिपासित
Akash Agam
दोहा पंचक. . . . . सुख- दुख
दोहा पंचक. . . . . सुख- दुख
sushil sarna
नहीं आती कुछ भी समझ में तेरी कहानी जिंदगी
नहीं आती कुछ भी समझ में तेरी कहानी जिंदगी
gurudeenverma198
*
*"माँ वसुंधरा"*
Shashi kala vyas
"शिक्षक दिवस और मैं"
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
Nanoparticles: Revolutionising Technology and Shaping the Future
Nanoparticles: Revolutionising Technology and Shaping the Future
Shyam Sundar Subramanian
बदनसीब डायरी
बदनसीब डायरी
Dr. Kishan tandon kranti
अपना सिक्का खोटा था
अपना सिक्का खोटा था
अरशद रसूल बदायूंनी
इस कदर मजबूर था वह आदमी...
इस कदर मजबूर था वह आदमी...
Sunil Suman
माया सूं न प्रीत करौ, प्रीत करौ परमेस।
माया सूं न प्रीत करौ, प्रीत करौ परमेस।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सियासत
सियासत
हिमांशु Kulshrestha
कभी पास बैठो तो सुनावो दिल का हाल
कभी पास बैठो तो सुनावो दिल का हाल
Ranjeet kumar patre
होशियार इंसान भी ,बन जाता मतिमंद
होशियार इंसान भी ,बन जाता मतिमंद
RAMESH SHARMA
इस जीवन के मधुर क्षणों का
इस जीवन के मधुर क्षणों का
Shweta Soni
बंगाल बना अब बंग्लादेश, पर हिन्दू यहा बहुसंख्यक हैं। कायर बन
बंगाल बना अब बंग्लादेश, पर हिन्दू यहा बहुसंख्यक हैं। कायर बन
ललकार भारद्वाज
दोहा
दोहा
seema sharma
मज़ाक का सहारा लेकर,
मज़ाक का सहारा लेकर,
Iamalpu9492
“रहना नहीं तुम्हारे बिना
“रहना नहीं तुम्हारे बिना "
DrLakshman Jha Parimal
"सम्मान व संस्कार व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी अस्तित्व में र
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
╬  लड़के भी सब कुछ होते हैं   ╬
╬ लड़के भी सब कुछ होते हैं ╬
पूर्वार्थ
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
Gouri tiwari
******** कुछ दो कदम तुम भी बढ़ो *********
******** कुछ दो कदम तुम भी बढ़ो *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हमें क़िस्मत ने
हमें क़िस्मत ने
Dr fauzia Naseem shad
खुशी या ग़म हो नहीं जो तुम संग।
खुशी या ग़म हो नहीं जो तुम संग।
Devkinandan Saini
संस्कारी लड़की
संस्कारी लड़की
Dr.Priya Soni Khare
Loading...