Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2024 · 1 min read

माटी के पुतले और न कर मनमानी

माटी के पुतले और न कर नादानी
माटी के पुतले और न कर मनमानी
जल जंगल जमीन बचाओ, जिसमें सांस समानी
माटी के पुतले और न कर नादानी
घुट घुट कर मर रही हूं मैं, खतरे में जिंदगानी
जिंदा ना मैं बच पाई तो, न हवा न रोटी पानी
माटी के पुतले और ना कर मनमानी
माटी के पुतले और न कर नादानी
मिटा नहीं मेरे अस्तित्व को, सोच जरा ये प्राणी
जल जंगल और जमीन में, तेरी सांस समानी
माटी के पुतले और न कर नादानी
नहीं बचाया मुझे अगर, तुम भी नहीं बचोगे
क्या धरती पर मानव जीवन का अंतिम सत्र लिखोगे?
अब भी वक्त है भूल सुधारो, हरियाली तुम्हें बचानी
माटी के पुतले और न कर मनमानी
जल जंगल जमीन बचाओ, जिसमें सांस समानी
माटी के पुतले और न कर नादानी
तुम्हारी धरती मां

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
95 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all

You may also like these posts

"लफ्ज़...!!"
Ravi Betulwala
सर्वनाम के भेद
सर्वनाम के भेद
Neelam Sharma
फैला था कभी आँचल, दुआओं की आस में ,
फैला था कभी आँचल, दुआओं की आस में ,
Manisha Manjari
संस्कार
संस्कार
Dr.Pratibha Prakash
सिय स्वयंबर और भगवान परशुराम का सर्वस्व दान
सिय स्वयंबर और भगवान परशुराम का सर्वस्व दान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सोरठा छंद विधान सउदाहरण
सोरठा छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
#संसार की उपलब्धि
#संसार की उपलब्धि
Radheshyam Khatik
3273.*पूर्णिका*
3273.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जो सीखना है सबक़
जो सीखना है सबक़
Dr fauzia Naseem shad
"लक्ष्य"
Dr. Kishan tandon kranti
दीपक का संघर्ष और प्रेरणा
दीपक का संघर्ष और प्रेरणा
Durgesh Bhatt
“To improve your writing, read more.
“To improve your writing, read more.
पूर्वार्थ
साथ अपनों का छूटता गया
साथ अपनों का छूटता गया
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
నా గ్రామం..
నా గ్రామం..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
#मौसमी_मुक्तक-
#मौसमी_मुक्तक-
*प्रणय प्रभात*
प्रेम
प्रेम
Sanjay ' शून्य'
प्रेमी ने प्रेम में हमेशा अपना घर और समाज को चुना हैं
प्रेमी ने प्रेम में हमेशा अपना घर और समाज को चुना हैं
शेखर सिंह
आई है होली
आई है होली
Meera Thakur
घर वापसी
घर वापसी
Aman Sinha
ऐ जिन्दगी
ऐ जिन्दगी
Surinder blackpen
अभी पतझड़ की जद में हैं मगर मौसम ये बदलेगा
अभी पतझड़ की जद में हैं मगर मौसम ये बदलेगा
raijyoti47.
पिता
पिता
sushil sarna
अनवरत ये बेचैनी
अनवरत ये बेचैनी
Shweta Soni
ऊंट है नाम मेरा
ऊंट है नाम मेरा
Satish Srijan
ग़ज़ब उर्दू ,अदब उर्दू , वतन की जान है उर्दू
ग़ज़ब उर्दू ,अदब उर्दू , वतन की जान है उर्दू
Neelofar Khan
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
" मायका "
Rati Raj
हर लम्हे में
हर लम्हे में
Sangeeta Beniwal
धरा से ही सबसे बड़ी धरोहर है।
धरा से ही सबसे बड़ी धरोहर है।
Rj Anand Prajapati
घने कोहरे में भी
घने कोहरे में भी
हिमांशु Kulshrestha
Loading...