Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2024 · 1 min read

प्रीतम दोहावली

लूट छीन खा बेहतर, रहो महल में आप।
रेशम के गद्दे मिलें, नींद नहीं पर श्राप।।//1

हित चाहे जो और का, करे प्रेम की बात।
नींद उसे अच्छी मिले, रहे निरोगी गात।।//2

नींद जिसे आती नहीं, उसका सब बेकार।
बिन जल के ज्यों चून को, नहीं चपाती प्यार।।//3

करे हृदय से मेहनत जो, स्वर्ग लगे संसार।
बचा फिरे भ्रम पालकर, नरक उसे हर द्वार।।//4

नींद एक उपहार है, कर इसकी जयकार।
मिलती पर उसको यहाँ, जिसको सबसे प्यार।।//5

कपट करोगे तुम अगर, दिल होगा लाचार।
मिट्टी में कीचड़ मिले, कहलाए वह गार।।//6

दवा नींद को समझिए, कर निज पर उपकार।
प्रीतम सुन पैट्रोल बिन, वाहन हर बेकार।।//7

आर. एस. ‘प्रीतम’

1 Like · 77 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all

You may also like these posts

जो आपके खुशी का कारण होता है वही आपको बिछड़ने के बाद दुख की
जो आपके खुशी का कारण होता है वही आपको बिछड़ने के बाद दुख की
Rj Anand Prajapati
सुहाना मंज़र
सुहाना मंज़र
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
तुम हो एक आवाज़
तुम हो एक आवाज़
Atul "Krishn"
"नन्हे" ने इक पौधा लाया,
Priya Maithil
#आज़ादी_का_सबक़- *(अपनी पहचान आप बनें)* 👌
#आज़ादी_का_सबक़- *(अपनी पहचान आप बनें)* 👌
*प्रणय*
कलिपुरुष
कलिपुरुष
Sanjay ' शून्य'
*जिस बर्तन में मांस पक गया, दूषित वह अब कहलाता है (राधेश्याम
*जिस बर्तन में मांस पक गया, दूषित वह अब कहलाता है (राधेश्याम
Ravi Prakash
अपनी राह
अपनी राह
Ankit Kumar Panchal
कभी निशाना  चूकता  नहीं।
कभी निशाना चूकता नहीं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कभी आंखों में ख़्वाब तो कभी सैलाब रखते हैं,
कभी आंखों में ख़्वाब तो कभी सैलाब रखते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
Phool gufran
नारियों के लिए जगह
नारियों के लिए जगह
Dr. Kishan tandon kranti
जानेमन नहीं होती
जानेमन नहीं होती
Sumangal Singh Sikarwar
कुछ ऐसी बाते हमारे अंदर होती है जिसे हम किसी को बता नहीं पात
कुछ ऐसी बाते हमारे अंदर होती है जिसे हम किसी को बता नहीं पात
पूर्वार्थ देव
शीर्षक - घुटन
शीर्षक - घुटन
Neeraj Kumar Agarwal
हमारा नेता कैसा हो
हमारा नेता कैसा हो
Sudhir srivastava
धीरे-धीरे रूप की,
धीरे-धीरे रूप की,
sushil sarna
कसूरवान
कसूरवान
Sakhi
4196💐 *पूर्णिका* 💐
4196💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ऐ भाई ऐ तनी देखके चलअ
ऐ भाई ऐ तनी देखके चलअ
Shekhar Chandra Mitra
জপ জপ কালী নাম জপ জপ দুর্গা নাম
জপ জপ কালী নাম জপ জপ দুর্গা নাম
Arghyadeep Chakraborty
श्री राम के आदर्श
श्री राम के आदर्श
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हमने हर रिश्ते को अपना माना
हमने हर रिश्ते को अपना माना
Ayushi Verma
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
डॉ० रोहित कौशिक
अंतिम सत्य
अंतिम सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
बोगनविलिया
बोगनविलिया
Meenakshi Bhatnagar
पृथ्वी
पृथ्वी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
अगर तू दर्द सबका जान लेगा।
अगर तू दर्द सबका जान लेगा।
पंकज परिंदा
Loading...