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6 May 2024 · 1 min read

"आदमी की तलाश"

“आदमी की तलाश”
कभी छोड़ न सका
अन्धेरों में भी
उजालों की आश,
अब भी है
आदमियत हो जिसमें
उस आदमी की तलाश।

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