नन्हें परिंदे भी जान लेते हैं,
हादसे तो गुज़रते रहते हैं
“MY YOGA TEACHER- 1957” (REMINISCENCES) {PARMANPUR DARSHAN }
किरदार भी बदले है नात रिश्तेदार भी बदले है।
किसी पत्थर की मूरत से आप प्यार करें, यह वाजिब है, मगर, किसी
*आस टूट गयी और दिल बिखर गया*
मोहब्बत है अगर तुमको जिंदगी से
फनीश्वरनाथ रेणु के जन्म दिवस (4 मार्च) पर विशेष
राजनीति में शुचिता के, अटल एक पैगाम थे
महत्वपूर्ण यह नहीं कि अक्सर लोगों को कहते सुना है कि रावण वि
समय का सिक्का - हेड और टेल की कहानी है
"आपरेशन सिन्दूर" पर विशेष-"ग़ज़ल"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जिम्मेदारी बड़ी या सपने बड़े,
म्हारौ गांव धुम्बड़िया❤️
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
*जख्मी मुस्कुराहटें*
Krishna Manshi (Manju Lata Mersa)