Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2024 · 1 min read

#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं

#दिनांक:-5/5/2024
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं

डूबती नैया को पार लगाओ,
माँ दुर्गा हमें आशीर्वाद देने आओ ।
अस्त्र-शस्त्र नवरूप धारण कर,
पापियों का नाश करने आओ।

सुकोमल भाव समर्पित कमलासिनी,
तू ही ब्रह्माणी,रूद्राणी,पर्वतवासिनी।
शिव प्रिया बामांक सुशोभिता,
रक्षा करो मातु दुख निवारिणी।

अलौकिक दिव्य ज्योति तुम्हारी,
माँ ! तुमको पूजते सारे नर-नारी।
भक्तिमय हो जाता महीना संवत्सर,
दुष्ट-दानव पर सदा रहती भारी।

माँ की मूरत मोहिनी ममतामयी,
कृपालु कल्याणकारी करुणामयी।
मिटे जन-मन कल्मष-अंधियारा,
मनोहारी माता मातंगी महिमामयी।

ले लो निज अंक हूँ दीन-दुखी माँ,
सुविचार-विवेक की दो भीख माँ।
गलतियाँ सारी क्षमा करो माता,
खुद की समझ की दो सीख माँ।

(स्वरचित)
प्रतिभा पाण्डेय “प्रति”
चेन्नई

3 Likes · 207 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

हारो बेशक कई बार,हार के आगे झुको नहीं।
हारो बेशक कई बार,हार के आगे झुको नहीं।
Neelam Sharma
कैसे मैं खुशियाँ पिरोऊँ ?
कैसे मैं खुशियाँ पिरोऊँ ?
Saraswati Bajpai
कुम्भ मेला दृश्य
कुम्भ मेला दृश्य
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
सावन झड़ी
सावन झड़ी
Arvina
दुनिया से ख़ाली हाथ सिकंदर चला गया
दुनिया से ख़ाली हाथ सिकंदर चला गया
Monika Arora
माँ
माँ
Kanchan Alok Malu
खुद को तलाशना और तराशना
खुद को तलाशना और तराशना
Manoj Mahato
*दुख का दरिया भी पार न होता*
*दुख का दरिया भी पार न होता*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम
जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम
Mohan Pandey
तुम ऐसे उम्मीद किसी से, कभी नहीं किया करो
तुम ऐसे उम्मीद किसी से, कभी नहीं किया करो
gurudeenverma198
122 122 122 12
122 122 122 12
SZUBAIR KHAN KHAN
मुझे ताज महल नहीं चाहिए
मुझे ताज महल नहीं चाहिए
Jyoti Roshni
रंग   तिरंगे  के  सभी , देते हैं   आवाज ।
रंग तिरंगे के सभी , देते हैं आवाज ।
sushil sarna
"ये ग़ज़ल"
Dr. Kishan tandon kranti
काक कोकिला काँव कूक
काक कोकिला काँव कूक
Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal (कौशलेंद्र सिंह)
हाय री गरीबी कैसी मेरा घर  टूटा है
हाय री गरीबी कैसी मेरा घर टूटा है
कृष्णकांत गुर्जर
मानवता
मानवता
Rekha khichi
* खुश रहना चाहती हूँ*
* खुश रहना चाहती हूँ*
Vaishaligoel
THE LIGHT OF KNOWLEDGE
THE LIGHT OF KNOWLEDGE
Abu Jahangir official
होली
होली
Dr Archana Gupta
बात के हो जादूगर इस अदा से उल्फत है ।
बात के हो जादूगर इस अदा से उल्फत है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
महोब्बत की बस इतनी सी कहानी है
महोब्बत की बस इतनी सी कहानी है
शेखर सिंह
योग दिवस
योग दिवस
Rambali Mishra
3348.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3348.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
संवेदना
संवेदना
Shama Parveen
तस्वीर हो
तस्वीर हो
Meenakshi Bhatnagar
*बताए मेरी गलती जो, उसे ईनाम देता हूँ (हिंदी गजल)*
*बताए मेरी गलती जो, उसे ईनाम देता हूँ (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कम्प्यूटर
कम्प्यूटर
अरशद रसूल बदायूंनी
हिंग्लिश
हिंग्लिश
Shailendra Aseem
****बारिश की बूंदें****
****बारिश की बूंदें****
Kavita Chouhan
Loading...