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5 May 2024 · 1 min read

मेरे शब्दों को कहँ दो …

मेरे शब्दों को कह दो ,

गहराइयों में जाओ ,

जो हर जज़्बात को पिरोए ,

जैसे मोतियों की माला कह दो…

ऐसा समंदर बन जाये,

जीतना डुबते जाए ,

और डूबने को दिल चाहे,

और गहराइयों में जाए …

हर वक्त सोहबत हो,

साँसे शब्द बन जाये,

आँखों से उतरकर ,

दिल में छप जाये…

सूरज की गरमी को शांत करने,

बादल घिरे आसमान में,

लिख दिया हो बिजलियों ने और,

बस जाए दिल की धड़कन में …

मेरे शब्दों को कह दो ,

गहराइयों में जाओ ,

और गहराई में जहाँ सिर्फ मैं ,

और दुनिया को भुला दो …

1 Like · 105 Views
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