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4 May 2024 · 1 min read

न जाने क्यों … … ???

कभी – कभी बहुत सी बातें कहनी होती हैं
पर साथी साथ नहीं होते
और कभी साथी साथ होते हैं
पर दिल में कोई बात नहीं होती

कभी – कभी बहुत से सवाल होते हैं
मगर जवाब नहीं मिलते
कभी जवाब – सवाल दोनों सामने होने पर भी
समझ जायें कुछ ऐसे हालात नहीं होते

जिन्दगी हर तरह से खूबसूरत होकर भी
न जाने इतनी उलझी हुई सी क्यों है ?
कहने को तो सब कुछ है
फिर भी कोई कमी सी क्यों है ?

न जाने एक अनकही सी
यह बेबसी क्यों है ?
हर तरफ खुशी है फिर भी
कुछ कमी सी क्यों है ?
न जाने क्यों … …???

वर्ष :- २०१३.

Language: Hindi
3 Likes · 188 Views
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