Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2024 · 1 min read

अच्छा लगता है

अच्छा लगता है
————
बार- बार
बहुत कुछ करना
अच्छा लगता है
अब यह मत पूछना
क्या अच्छा लगता है
माँ-पापा के
लिखे पत्रों को पढ़ कर
उनमें उनके होने का
अहसास करना
अपनी अव्यवस्थित
अलमारी को व्यवस्थित करना
तुम्हारा कोई संदेश मिलने पर गुनगुनाना
तुम्हारी रह-रह कर
चाय की फरमाइश पर
पहले गुस्सा, फिर बनाना
बच्चों के बचपन में बनाये
सहेजे हुए चित्रकारी के
पृष्ठों को देखना
उन्हें छोटे से
बड़े होते हुए देखने के
दिनों को याद करना
बहुत अच्छा लगता है,
बहुत कुछ ऐसा भी है
जो पता नहीं क्यों
पर बार-बार करती हूँ
फूलों पर बैठी
तितली को उड़ा कर
पकड़ने की कोशिश,
बारिश में
गिरते ओलों को
उठा कर कटोरी में रखना
कभी पापा ने बताया था
जले पर ओलों का पानी
ठंडक देता है,
अपनी पहली प्रकाशित पुस्तक को
अपने पहले प्यार की तरह
अपने दिल से लगाना,
अपने अंदर छिपी
बच्ची को
उसके बचपने को
जीवित रखना,
ये सब करना
करने की इच्छा
बनाए रखना…यही तो
मेरे जीने का सामान है,
मेरे जिंदा होने की पहचान है..!!
————————————
डा० भारती वर्मा बौड़ाई

1 Like · 154 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Bharati Varma Bourai
View all

You may also like these posts

प्रेम की नाव
प्रेम की नाव
Dr.Priya Soni Khare
नया साल मनाते है
नया साल मनाते है
Santosh kumar Miri
जीवन दर्शन
जीवन दर्शन
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
4480.*पूर्णिका*
4480.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इजहार करने के वो नए नए पैंतरे अपनाता है,
इजहार करने के वो नए नए पैंतरे अपनाता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
#बेटी_बचाओ_अभियान
#बेटी_बचाओ_अभियान
*प्रणय प्रभात*
#लफ़्ज#
#लफ़्ज#
Madhavi Srivastava
चंद सवालात हैं खुद से दिन-रात करता हूँ
चंद सवालात हैं खुद से दिन-रात करता हूँ
VINOD CHAUHAN
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
हार गए तो क्या हुआ?
हार गए तो क्या हुआ?
Praveen Bhardwaj
"ऐ वतन, ऐ वतन, ऐ वतन, मेरी जान"
राकेश चौरसिया
ज़िंदगी तुझसे कहां जी भरता है
ज़िंदगी तुझसे कहां जी भरता है
Kanchan verma
कोशी कमला के बाढ़।
कोशी कमला के बाढ़।
Acharya Rama Nand Mandal
फितरते फतह
फितरते फतह
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
एक लेख
एक लेख
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
Knowing others is intelligence; knowing yourself is true wis
Knowing others is intelligence; knowing yourself is true wis
पूर्वार्थ
आपसे कोई लड़की मोहब्बत नही करती बल्की अपने अंदर अंतर्निहित व
आपसे कोई लड़की मोहब्बत नही करती बल्की अपने अंदर अंतर्निहित व
Rj Anand Prajapati
सावन की बौछारों में ...
सावन की बौछारों में ...
sushil sarna
मत छोड़ो गॉंव
मत छोड़ो गॉंव
Dr. Kishan tandon kranti
*तू और मै धूप - छाँव जैसे*
*तू और मै धूप - छाँव जैसे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
तानाशाह के मन में कोई बड़ा झाँसा पनप रहा है इन दिनों। देशप्र
तानाशाह के मन में कोई बड़ा झाँसा पनप रहा है इन दिनों। देशप्र
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
.
.
Shweta Soni
तुम्हें प्यार करते हैं
तुम्हें प्यार करते हैं
Mukesh Kumar Sonkar
दोहा पंचक. . . . जीवन
दोहा पंचक. . . . जीवन
Sushil Sarna
यमलोक यात्रा पर जरुर जाऊंगा
यमलोक यात्रा पर जरुर जाऊंगा
Sudhir srivastava
*अपना पावन कुंभ है, प्यारा हिंदुस्तान (कुंडलिया)*
*अपना पावन कुंभ है, प्यारा हिंदुस्तान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दिवाली ऐसी मनायें
दिवाली ऐसी मनायें
gurudeenverma198
वतन-ए-इश्क़
वतन-ए-इश्क़
Neelam Sharma
घर का बड़ा हूँ मैं
घर का बड़ा हूँ मैं
Kirtika Namdev
Loading...