Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2024 · 1 min read

सोशल मीडिया

सोशल मीडिया
सोशल मीडिया को युध्दभूमि ना बनाओं
अपनी सोच को मानवतावादी बनाओं
हम सभी भारतीय मानवतावादी हैं,
उदारता , लोकत्रांतिकता रखकर ,
विरोधियों को जगह देते हैं ।
शिक्षित भारत में हर पढ़े – लिखे हैं ,
तथ्यों – तर्को की बात करते हैं ,
ना कोई उंच – नीच , गधा – कुत्ता ,
ना कोई छोटा-बड़ा होता हैं ।
इस दुनिया में हार-जीत होती रहती हैं
जब वक्त आता हैं तो ,
पड़ोसी समान धर्म निभाते हैं
खेल भावना रखकर ,
सुख – दुःख में साथ निभाते हैं
इसलिऐ हम भी मानवतावादी बनते हैं
हार-जीत भूलकर नये पथ पर चलते हैं
000
– राजू गजभिये

Language: Hindi
1 Like · 166 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Raju Gajbhiye
View all

You may also like these posts

एक कोहिनूर ,: स्व श्री मनमोहन सिंह जी
एक कोहिनूर ,: स्व श्री मनमोहन सिंह जी
ओनिका सेतिया 'अनु '
"मन की संवेदनाएं: जीवन यात्रा का परिदृश्य"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कर्म-बीज
कर्म-बीज
Ramswaroop Dinkar
वृक्षारोपण कीजिए
वृक्षारोपण कीजिए
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
आएंगे वो तुम्हें नीचा दिखाने,
आएंगे वो तुम्हें नीचा दिखाने,
पूर्वार्थ देव
सूरज - चंदा
सूरज - चंदा
Prakash Chandra
The World at a Crossroad: Navigating the Shadows of Violence and Contemplated World War
The World at a Crossroad: Navigating the Shadows of Violence and Contemplated World War
Shyam Sundar Subramanian
टूटी ख्वाहिश को थोड़ी रफ्तार दो,
टूटी ख्वाहिश को थोड़ी रफ्तार दो,
Sunil Maheshwari
🔱🔱जय जय मां भवानी - जय मां शैलपुत्री- हैप्पी नवरात्रि।🔱🔱
🔱🔱जय जय मां भवानी - जय मां शैलपुत्री- हैप्पी नवरात्रि।🔱🔱
Rj Anand Prajapati
समय का निवेश:
समय का निवेश:
पूर्वार्थ
सत्य की खोज
सत्य की खोज
dks.lhp
उम्र बीत गई
उम्र बीत गई
Chitra Bisht
मेरे दिल की जुबां मेरी कलम से
मेरे दिल की जुबां मेरी कलम से
Dr .Shweta sood 'Madhu'
मेहनत का यदि मांगा दाम।
मेहनत का यदि मांगा दाम।
Acharya Shilak Ram
दिल की धड़कनों को मुझपर वार दे,
दिल की धड़कनों को मुझपर वार दे,
अनिल "आदर्श"
*चम्मच पर नींबू रखा, डंडी मुॅंह में थाम*
*चम्मच पर नींबू रखा, डंडी मुॅंह में थाम*
Ravi Prakash
শিবের গান
শিবের গান
Arghyadeep Chakraborty
जो विष को पीना जाने
जो विष को पीना जाने
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
न अच्छे बनो न बुरे बनो
न अच्छे बनो न बुरे बनो
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
अंधी पीसें कुत्ते खायें।
अंधी पीसें कुत्ते खायें।
Vishnu Prasad 'panchotiya'
■अपराध-बोध■
■अपराध-बोध■
*प्रणय प्रभात*
यादों के सायों की
यादों के सायों की
Minal Aggarwal
एक चतुर नार
एक चतुर नार
लक्ष्मी सिंह
कब तक यूँ आजमाएंगे हमसे कहो हुजूर
कब तक यूँ आजमाएंगे हमसे कहो हुजूर
VINOD CHAUHAN
* कुछ सीख*
* कुछ सीख*
Vaishaligoel
कुछ बातें ज़रूरी हैं
कुछ बातें ज़रूरी हैं
Mamta Singh Devaa
समय और टीचर में
समय और टीचर में
Ranjeet kumar patre
कभी जलाए गए और कभी खुद हीं जले
कभी जलाए गए और कभी खुद हीं जले
Shweta Soni
नारी तुम्हारी समझ
नारी तुम्हारी समझ
Jitendra kumar nagarwal
" निकम्मे "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...