Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2024 · 1 min read

डॉ0 रामबली मिश्रबली मिश्र के दोहे

मई दिवस के उपलक्ष्य में डॉ0 रामबली मिश्र के कतिपय दोहे

मई दिवस पावन बने,हो सबमें उल्लास।
गर्मी भी शीतल लगे,रचे दिव्य इतिहास।।

सच्चाई का जो सदा,करता है व्यापार।
सकल विश्व से हर समय,जुड़ते उसके तार।।

निंदा ईर्ष्या त्याग कर,जो करता हरि गान।
उसके आगे तुच्छ हैं,सारे लौकिक ज्ञान।।

मानवता को त्याग कर,कौन बना इंसान?
गली गली में दानवों,के है अमिट निशान।।

अगर पाप से मुक्ति का,तुझे चाहिए द्वार।
पावन शुद्ध विचार का,करो सदा सत्कार।।

जो पा कर अधिकार का,करता गलत प्रयोग।
वही अनैतिक अधम अति,मन में दूषित रोग।।

पाक साफ इंसानियत,में बसता है प्यार।
गंदे कूड़ेदान में,है बदबू भरमार।।

वह अमृत का मधु कलश,जिसमें प्यार अपार।
करता सारे लोक का,भावों से सत्कार।।

आशिक बनना धर्म का,बहुत दिव्य है कर्म।
शुभ भावों की आशिकी,परम अलौकिक मर्म।।

सच्चा प्रेमी है वही,जिसमें कहीं न स्वार्थ।
करता सारे कर्म है,वह तो मात्र परार्थ।।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

2 Likes · 159 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

भाई बहन की संवेदना (रक्षाबंधन पर्व)
भाई बहन की संवेदना (रक्षाबंधन पर्व)
Dr B.R.Gupta
*पानी केरा बुदबुदा*
*पानी केरा बुदबुदा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ଅମ୍ଳଜାନ ପେଟ ଫୁଲିବା
ଅମ୍ଳଜାନ ପେଟ ଫୁଲିବା
Otteri Selvakumar
औरत
औरत
MEENU SHARMA
G
G
*प्रणय प्रभात*
तुझमें कैसे रंग बस जाऊं, श्याम रंग तो खुद हैं मेरा।
तुझमें कैसे रंग बस जाऊं, श्याम रंग तो खुद हैं मेरा।
श्याम सांवरा
कब टूटा है
कब टूटा है
sushil sarna
साथ था
साथ था
SHAMA PARVEEN
हे दामन में दाग जिनके
हे दामन में दाग जिनके
Swami Ganganiya
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
Rituraj shivem verma
ग़ज़ल सगीर अहमद सिद्दीकी खैरा बाजार
ग़ज़ल सगीर अहमद सिद्दीकी खैरा बाजार
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
हसरतें बहुत हैं इस उदास शाम की
हसरतें बहुत हैं इस उदास शाम की
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
4020.💐 *पूर्णिका* 💐
4020.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
कवि रमेशराज
हुनर
हुनर
अखिलेश 'अखिल'
मुखौटा
मुखौटा
seema sharma
उसने कहा :
उसने कहा :
Diwakar Mahto
Ranjeet Kumar Shukla- Hajipur
Ranjeet Kumar Shukla- Hajipur
हाजीपुर
रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं (हिंदी गजल)
रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
अश'आर हैं तेरे।
अश'आर हैं तेरे।
Neelam Sharma
चिन्तन का आकाश
चिन्तन का आकाश
Dr. Kishan tandon kranti
जिसने आपके साथ बुरा किया
जिसने आपके साथ बुरा किया
पूर्वार्थ
तालाश
तालाश
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
शिद्दत से की गई मोहब्बत
शिद्दत से की गई मोहब्बत
Harminder Kaur
मोहब्बत
मोहब्बत
Phool gufran
अमृत मयी गंगा जलधारा
अमृत मयी गंगा जलधारा
Ritu Asooja
!!!! इंकलाब जिनका नारा था !!!
!!!! इंकलाब जिनका नारा था !!!
जगदीश लववंशी
The Uncountable Stars
The Uncountable Stars
Buddha Prakash
उसकी सूरत में उलझे हैं नैना मेरे।
उसकी सूरत में उलझे हैं नैना मेरे।
Madhuri mahakash
Loading...