Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2024 · 1 min read

पानी का संकट

-पानी का संकट
पानी- पानी शोर मचा है,मंहगा हुआ अब पानी,
वृक्ष काटें,धरती भवन बने मानव यह तेरी मेहरबानी।
ताल,सरोवर और सूखें बांध मांगे वहीं हमसे पानी,
बहती नदियां थमी कारण इसमें मानव की बेईमानी।
तापमान में अग्नि बरसे, कैसी मची आफत आसमानी।
वीरान हैंडपंप,सूखें कूप,हर जुबां पर बस पानी-पानी,
नल पाईप सूखें पड़ें ,केवल जल टैंकरों की आवागामी।
पानी संकट से त्रस्त रोड जाम हो रोज यही कहानी,
सूख गयी धरा सारी अब कुछ कहां आनी-जानी!!
जीव जंतु प्यासे तड़पे अभाववश जग से करें रवानी,
बुद्धि से परिपक्व मानुष कहां गई अब वही बुद्धिमानी।
सम्भल ले रे अभी भी मानव !!बचा के चल पानी।
वृक्ष लगाएं, प्रदुषण न फैलाएं कि नभ से बरसे पानी।

-सीमा गुप्ता अलवर राजस्थान

1 Like · 163 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

विश्व के हर मनुष्य के लिए करुणा होनी चाहिए
विश्व के हर मनुष्य के लिए करुणा होनी चाहिए
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
कौन कहता है कि आसमां झुकता नहीं है
कौन कहता है कि आसमां झुकता नहीं है
VINOD CHAUHAN
*महाकुंभ 2025 प्रयागराज*
*महाकुंभ 2025 प्रयागराज*
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मेरी गुड़िया
मेरी गुड़िया
लक्ष्मी सिंह
उन के दिए ज़ख्म
उन के दिए ज़ख्म
हिमांशु Kulshrestha
पत्नी
पत्नी
विशाल शुक्ल
बदलते मूल्य
बदलते मूल्य
Shashi Mahajan
हम प्यार तुमसे कर सकते नहीं
हम प्यार तुमसे कर सकते नहीं
gurudeenverma198
#श्योपुर-
#श्योपुर-
*प्रणय प्रभात*
कसक
कसक
Dipak Kumar "Girja"
कश्ती का सफर
कश्ती का सफर
Chitra Bisht
“लफ़्ज़-लफ़्ज़ नश्तर हैं,अर्थ में नसीहत  है।
“लफ़्ज़-लफ़्ज़ नश्तर हैं,अर्थ में नसीहत है।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
हाँ, बहुत प्रेम करती हूँ तुम्हें
हाँ, बहुत प्रेम करती हूँ तुम्हें
Saraswati Bajpai
3241.*पूर्णिका*
3241.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
* खुश रहना चाहती हूँ*
* खुश रहना चाहती हूँ*
Vaishaligoel
हर मौसम का अपना अलग तजुर्बा है
हर मौसम का अपना अलग तजुर्बा है
दीपक बवेजा सरल
अपमान
अपमान
seema sharma
"रिश्ते के आइने चटक रहे हैं ll
पूर्वार्थ
हमारा कानपुर
हमारा कानपुर
Ayushi Verma
यहां बच्चे पैदा करने की योजना बना रहे पुरुषों के लिए कुछ सुझ
यहां बच्चे पैदा करने की योजना बना रहे पुरुषों के लिए कुछ सुझ
Urmil Suman(श्री)
अजब तमाशा जिंदगी,
अजब तमाशा जिंदगी,
sushil sarna
" कद्र "
Dr. Kishan tandon kranti
नागरिक कर्तव्य है मतदान - लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेना
नागरिक कर्तव्य है मतदान - लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेना
ललकार भारद्वाज
शे'र कैसे कहूँ
शे'र कैसे कहूँ
Mukesh singhania
इंतज़ार की रातें, लम्हों में ढूंढ रही हू प्यार,
इंतज़ार की रातें, लम्हों में ढूंढ रही हू प्यार,
Kanchan Alok Malu
मुक्तक
मुक्तक
अवध किशोर 'अवधू'
समय ⏳🕛⏱️
समय ⏳🕛⏱️
डॉ० रोहित कौशिक
महिला दिवस
महिला दिवस
Raj kumar
हॉस्टल का राज
हॉस्टल का राज
amankumar.it2006
*शुभांगी छंद*
*शुभांगी छंद*
Rambali Mishra
Loading...