Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Apr 2024 · 1 min read

मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ..

मैं उसकी देखभाल एक जुनूं से करती हूँ..
वो एक फूल है…हवा से भी सिहरता है

170 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shweta Soni
View all

You may also like these posts

इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
होश खो देते जो जवानी में
होश खो देते जो जवानी में
Dr Archana Gupta
कैनवास के मौन बिम्ब.....
कैनवास के मौन बिम्ब.....
sushil sarna
इंसा होने का फ़र्ज़ भी सीखो
इंसा होने का फ़र्ज़ भी सीखो
Dr fauzia Naseem shad
तुम ज़िन्दगी होकर भी,
तुम ज़िन्दगी होकर भी,
लक्ष्मी सिंह
पसीना पानी देता मुझको,
पसीना पानी देता मुझको,
TAMANNA BILASPURI
नागरिकों के कर्तव्य।
नागरिकों के कर्तव्य।
Priya princess panwar
घर का हर कोना
घर का हर कोना
Chitra Bisht
व्यावहारिक सत्य
व्यावहारिक सत्य
Shyam Sundar Subramanian
कर्म
कर्म
Preeti Sharma
Comedy Is Fading
Comedy Is Fading
राजेश 'ललित'
बरसात - अनुपम सौगात
बरसात - अनुपम सौगात
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
संगदिल
संगदिल
Aman Sinha
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
कृष्णकांत गुर्जर
आज गज़ल को दुल्हन बनाऊंगा
आज गज़ल को दुल्हन बनाऊंगा
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तेरा ग़म
तेरा ग़म
Dipak Kumar "Girja"
3707.💐 *पूर्णिका* 💐
3707.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वो लिखती है मुझ पर शेरों- शायरियाँ
वो लिखती है मुझ पर शेरों- शायरियाँ
Madhuyanka Raj
कैसे मैं खुशियाँ पिरोऊँ ?
कैसे मैं खुशियाँ पिरोऊँ ?
Saraswati Bajpai
स्त्रियाँ
स्त्रियाँ
Shweta Soni
*कालचक्र*
*कालचक्र*
Pallavi Mishra
संवेदना - अपनी ऑंखों से देखा है
संवेदना - अपनी ऑंखों से देखा है
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
तुम्हारे पथ के कांटे मैं पलकों से उठा लूंगा,
तुम्हारे पथ के कांटे मैं पलकों से उठा लूंगा,
इंजी. संजय श्रीवास्तव
■दूसरा पहलू■
■दूसरा पहलू■
*प्रणय प्रभात*
रिश्तों की कसौटी
रिश्तों की कसौटी
VINOD CHAUHAN
प्रेम-रस
प्रेम-रस
Dr. Kishan tandon kranti
Raniya Bhikharin.
Raniya Bhikharin.
Acharya Rama Nand Mandal
कहां से कहां आ गए हम..!
कहां से कहां आ गए हम..!
Srishty Bansal
सुखराम दास जी के दोहे
सुखराम दास जी के दोहे
रेवन्त राम सुथार
यादें
यादें
विशाल शुक्ल
Loading...