एक कोहिनूर ,: स्व श्री मनमोहन सिंह जी
"मन की संवेदनाएं: जीवन यात्रा का परिदृश्य"
वृक्षारोपण कीजिए
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
आएंगे वो तुम्हें नीचा दिखाने,
The World at a Crossroad: Navigating the Shadows of Violence and Contemplated World War
टूटी ख्वाहिश को थोड़ी रफ्तार दो,
🔱🔱जय जय मां भवानी - जय मां शैलपुत्री- हैप्पी नवरात्रि।🔱🔱
मेरे दिल की जुबां मेरी कलम से
दिल की धड़कनों को मुझपर वार दे,
*चम्मच पर नींबू रखा, डंडी मुॅंह में थाम*
जो विष को पीना जाने
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
अंधी पीसें कुत्ते खायें।
Vishnu Prasad 'panchotiya'
कब तक यूँ आजमाएंगे हमसे कहो हुजूर
कभी जलाए गए और कभी खुद हीं जले