Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
शेखर सिंह
25 Followers
Follow
Report this post
22 Apr 2024 · 1 min read
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
लेकिन ये यहीं वहम सबसे बड़ा है…
❤️🌻❤
Tag:
Quote Writer
Like
Share
302 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like these posts
3905.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
श्रृगार छंद - मात्रिक
पंकज परिंदा
फ़ुरसत से निकालों वक्त, या अपना वक्त अपने पास रखो;
ओसमणी साहू 'ओश'
माता वीणा वादिनी
अवध किशोर 'अवधू'
जीवन का मूल स्रोत वर्तमान में है और हम अतीत और भविष्य में खो
Ravikesh Jha
अस्पताल की विवशता
Rahul Singh
*स्वस्थ देह का हमें सदा दो, हे प्रभु जी वरदान (गीत )*
Ravi Prakash
"गौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
मै व्यस्त था..... ये तो केवल एक बहाना होता है, असल में कोई उ
पूर्वार्थ देव
Happiness doesn't come from sleeping, relaxing and hanging o
पूर्वार्थ
खामोशियां कुछ कहती हैं
Nisha
😭अब बेटों को बचा लो😭(कविता): अभिलेश श्रीभारती
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
लोकतंत्र तभी तक जिंदा है जब तक आम जनता की आवाज़ जिंदा है जिस
Rj Anand Prajapati
*बूंद की किस्मत*
ABHA PANDEY
मेरी एक बात हमेशा याद रखना ,
Iamalpu9492
मुकद्दर कह रहा मुझसे , तपेगी आजिज़ी कब तक
Neelofar Khan
A daughter's reply
Bidyadhar Mantry
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
Keshav kishor Kumar
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
मुश्किल से मुश्किल हालातों से
Vaishaligoel
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जीवन का सत्य
Ruchi Sharma
ख़ुद से ही छिपा लेता हूं बातें दिल के किसी कोने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नादान नहीं है हम ,सब कुछ समझते है ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
एक बार हीं
Shweta Soni
दोहा सप्तक. . . बाल दिवस
sushil sarna
बिड़द थांरो बीसहथी, चावौ च्यारूं कूंट।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
🙅आज का टोटका🙅
*प्रणय प्रभात*
मां स्कंदमाता
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...