Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Apr 2024 · 1 min read

वैसे थका हुआ खुद है इंसान

वैसे थका हुआ खुद है इंसान
और आज कल चार्ज मोबइल कर रहा है

182 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

दोहा पंचक. . . . मनवा
दोहा पंचक. . . . मनवा
sushil sarna
हर एक अनुभव की तर्ज पर कोई उतरे तो....
हर एक अनुभव की तर्ज पर कोई उतरे तो....
दीपक बवेजा सरल
प्रणय गीत
प्रणय गीत
हिमांशु Kulshrestha
अमरत्व
अमरत्व
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
अंधभक्तो को जितना पेलना है पेल लो,
अंधभक्तो को जितना पेलना है पेल लो,
शेखर सिंह
मैं अपनी सेहत और तरक्की का राज तुमसे कहता हूं
मैं अपनी सेहत और तरक्की का राज तुमसे कहता हूं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एक कहानी, दो किरदार लेकर
एक कहानी, दो किरदार लेकर
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
शायद आपकी यात्रा का यह चरण तैयारी के बारे में है। शायद यह उन
शायद आपकी यात्रा का यह चरण तैयारी के बारे में है। शायद यह उन
पूर्वार्थ देव
दुनिया ए आतिशखाना
दुनिया ए आतिशखाना
ओनिका सेतिया 'अनु '
सत्य की खोज, कविता
सत्य की खोज, कविता
Mohan Pandey
काश थोड़ा सा वक़्त, तेरे पास और होता।
काश थोड़ा सा वक़्त, तेरे पास और होता।
Manisha Manjari
*रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)*
*रखो हमेशा इस दुनिया से, चलने की तैयारी (गीत)*
Ravi Prakash
कहानी -आपदा
कहानी -आपदा
Yogmaya Sharma
महंगाई एक त्यौहार
महंगाई एक त्यौहार
goutam shaw
साधक परिवर्तन का मार्ग खोज लेते हैं, लेकिन एक क्रोधी स्वभाव
साधक परिवर्तन का मार्ग खोज लेते हैं, लेकिन एक क्रोधी स्वभाव
Ravikesh Jha
माया - गीत
माया - गीत
Ram kishor Pathak
अंतिम क्षणों का संदेश
अंतिम क्षणों का संदेश
पूर्वार्थ
यूं जो देख मुझे अब मुंह घुमा लेती हो
यूं जो देख मुझे अब मुंह घुमा लेती हो
Keshav kishor Kumar
🙅अजब संयोग🙅
🙅अजब संयोग🙅
*प्रणय प्रभात*
भट सिमर वाली
भट सिमर वाली
विधानन्द सिंह'' श्रीहर्ष''
हँसी!
हँसी!
कविता झा ‘गीत’
3797.💐 *पूर्णिका* 💐
3797.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"ऐसी राह पर"
Dr. Kishan tandon kranti
लड़ता रहा जो अपने ही अंदर के ख़ौफ़ से
लड़ता रहा जो अपने ही अंदर के ख़ौफ़ से
अंसार एटवी
रिश्तों की सार्थकता
रिश्तों की सार्थकता
Nitin Kulkarni
thanhthienphu
thanhthienphu
Thanh Thiên Phú
हमारी फीलिंग्स भी बिल्कुल
हमारी फीलिंग्स भी बिल्कुल
Sunil Maheshwari
हम चुप रहे कभी किसी को कुछ नहीं कहा
हम चुप रहे कभी किसी को कुछ नहीं कहा
Dr Archana Gupta
मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
Rambali Mishra
इस खामोशी में हम तेरी औकात छुपाए बैठे हैं,
इस खामोशी में हम तेरी औकात छुपाए बैठे हैं,
raijyoti47.
Loading...