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21 Apr 2024 · 1 min read

मैं अपनी आँख का ऐसा कोई एक ख्वाब हो जाऊँ

मैं अपनी आँख का ऐसा कोई एक ख्वाब हो जाऊँ
किताब ए शक्ल में मैं अपनी एक किताब हो जाऊँ
तमन्ना आज दरवाजे पर दस्तक दे रही है और
है मुझसे पूछती,,कहिए जी क्या अंदर में आ जाऊँ

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